संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की मांग
- हाल ही में भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की खुली चर्चा बैठक की अध्यक्षता की है। इस दौरान भारत ने जवाबदेह और पारदर्शी ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद’ का आह्वान किया है ।
- बैठक में भारत ने ‘न्यू ओरिएंटेशन फॉर रिफॉर्म्स मल्टीलेटरल सिस्टम्स’ (NORMS) की आवश्यकता पर बल दिया है।
- यह समकालीन वास्तविकताओं को सर्वोत्तम रूप में दर्शाने वाली वैश्विक व्यवस्था का निर्धारण करेगी ।
UNSC में निम्नलिखित कारणों से सुधारों की मांग तेजी हुई है:
- अधिक सहयोग और प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने की जरूरत है: संगठन की संरचना में प्रतिनिधित्वकारी और नीति निर्माणकारी शक्तियां विकसित देशों के पक्ष में झुकी हुई हैं। इस वजह से उनके सुझावों को भेदभावपूर्ण और पक्षपाती माना जाता है।
- मौजूदा संस्थानों की अक्षमता: यूक्रेन संकट के कारण खाद्य, उर्वरक और ईंधन सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं पैदा हुई हैं। ये चिंताएं व्यापक प्रतिनिधित्व वाली वैश्विक गवर्नेस संरचना की आवश्यकता को प्रकट करती हैं।
- आतंकवाद के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई: तेजी से बदलते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य, पारंपरिक सुरक्षा चुनौतियों के बने रहने तथा नई और जटिल चुनौतियों के उभरने से प्रभावी कार्रवाई आवश्यक हो गई है । जलवायु परिवर्तन की वर्तमान स्थिति, कोविड महामारी, संघर्षों आदि से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए उत्तरदायी कोविड पश्चात वैश्विक व्यवस्था की जरूरत है ।
बहुपक्षीय प्रणालियों में सुधार के लिए किए जा सकने वाले उपाय
- संयुक्त राष्ट्र को अधिक लोकतांत्रिक बनाने की जरूरत है, ताकि यह सभी सदस्यों के समान प्रतिनिधित्व और अधिकारों को दर्शाए ।
- विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष शर्तों को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाना चाहिए ।
- विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए विश्व बैंक और IMF की शासी संरचना में सुधार किया जाना चाहिए ।
- पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए आंतरिक प्रशासनिक प्रणालियों तथा बाहरी निगरानी में सुधार किए जाने चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council- UNSC)
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council- UNSC) की स्थापना वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र चार्टर द्वारा की गई थी।
- यह संयुक्त राष्ट्र के 6 प्रमुख अंगों में से एक है।
UNSC में 15 सदस्य होते हैं: 5 स्थायी सदस्य (P5) और 10 अस्थायी सदस्य जो 2 वर्ष के कार्यकाल के लिये चुने जाते हैं।
- संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन और यूनाइटेड किंगडम इसके 5 स्थायी सदस्य हैं।
स्रोत – इकोनोमिक्स टाइम्स