CSAT रणनीति - CSAT Strategy For UPSC in Hindi
देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक UPSC परीक्षा युवाओ को पहली पसंद होती है, और हर युवा इसकी तैयारी करना चाहता हैं परन्तु इस परीक्षा को पास करने के लिये उम्मीदवार को कई चरणों से होकर गुजरना पड़ता है । इन चरणों में एक अहम चरण Civil Services Aptitude test (CSAT) का भी होता है । जो किसी के लिये तो बहुत आसन होता है , तो किसी के आशा पर पानी केवल CSAT की बजह से पड़ता है
इस आर्टिकल में हम CSAT की तैयारी कैसे करे इसके बारे में चर्चा की जाएगी
यह पेपर कुल 200 अंक का होता है और इसमें सफल होने के लिए आपको 67 अंक हासिल करने होते हैं । हर सही जवाब के लिए 2.5 अंक मिलते हैं और गलत उत्तर देने पर (0.833) निगेटिव मार्किंग होती है । यह प्रश्न पत्र ऑब्जेक्टिव टाईप (Objective Type / Multiple Choice) प्रकार का होता है और यह एक क्वालीफाइंग पेपर है (Qualifying Paper) होता हैं जिसमे उम्मीदवार को न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करना होता हैं । ध्यान रहे कि भले ही इस पेपर में आपको केवल 33% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है, फिर भी इस प्रश्न पत्र में पूछे जाने वाले प्रश्न की प्रकृति हमेशा चर्चा का विषय बनी हुई है
- Comprehension (बोधगम्यता)
- Interpersonal skills including communication skills (संचार कौशल सहित अंतर – वैयक्तिक कौशल)
- Logical reasoning and analytical ability (तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता)
- Decision making and problem-solving (निर्णय लेना और समस्या समाधान)
- General mental ability (सामान्य मानसिक योग्यता)
- Basic numeracy (Numbers and their relation, order of magnitude etc. of Class X level) आधारभूत गणना (संख्याएं और उनके संबंध, विस्तार क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर), आंकड़ों का विश्लेषण (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि – दसवीं कक्षा का स्तर)
- Data interpretation (Charts, graphs, tables, data sufficiency etc. of Class X level) अंग्रेजी भाषा में बोधगम्यता कौशल (दसवीं कक्षा का स्तर)
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कंप्रीहेंशन को कैसे तैयार करे
बोधगम्यता के लिये पहली चीज़ जो आपको जानना आवश्यक है, वह यह है कि बोधगम्यता का कोई परिभाषित ‘सिद्धांत’ नहीं होता हैं जो आपको सही उत्तर देने के लिये मार्गदर्शन कर सके । बोधगम्यता एक प्रकार की कला होती है और इसको केवल और केवल अभ्यास के द्वारा ही develop किया जाता हैं।
बाजार में उपलब्ध सामग्री केवल आपको उसके एक माध्यम के बारे में बताएगी- कि आपको बोधगम्यता किस प्रकार करना है और किस प्रकार नहीं करना है
परन्तु एक समय के बाद आप पाएगे कि उसके नियम वहां लागू नहीं हो होते है
इसके लिये आपको लगातार निम्नलिखित नियमो पर कार्य करना होगा –
- महत्व को समझना- UPSC की परीक्षा में कंप्रीहेंशन के महत्व को दो तरीकों से देखा जा सकता है- सबसे पहले यदि आप गणित विषय में कमजोर है और आप को लगतार CSAT में इसी कारण से समस्या का सामना करना पड़ता है तो आप बोधगम्यता की अच्छी तैयारी से आप इस कमी को दूर कर सकते है । दूसरा यह आपके अंदर आपके समझ के कौशल को तेज करने और उसको बेहतर बनाने के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगी
- समझ के साथ अधिक से अधिक पढ़ना
- एक वेहतर शब्दावली के विकास के लिए अधिक से अधिक नई चीजों का अध्ययन करना
- इस विषय में शब्दावली, लेखों की जटिलता, पढ़ने की गति, वास्तविक अर्थ और विषय-वस्तु को समझने में कठिनाई आदि सामान्य समस्याएं हैं। इनको दूर करके इसको समाप्त किया जा सकता हैं और इसके लिये आपका शब्दकोश एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है
- किसी भी पैसेज के वास्तविक अर्थ को निकलने की प्रक्रिया आसन होती हैं, किन्तु उस पैसेज में दिए गए तर्क व सार को अच्छी तरह से समझना अति आवश्यक है।
संचार कौशल सहित अंतर – वैयक्तिक कौशल
पारस्परिक कौशल हमारे दैनिक जीविन में अपनी अभिव्यक्ति को अन्य लोगों के साथ व्यक्तिगत रूप से अथवा समूहों में संवाद करने के लिये करते हैं । पारस्परिक कौशल में विभिन्न प्रकार के कौशल शामिल हैं जिसमे बॉडीलैंग्वेज, पूछताछ करना और उसको समझना। उनमें भावनात्मक बुद्धि से जुड़े कौशल और गुण भी शामिल हैं, अपने और दूसरों की भावनाओं को समझने और प्रबंधित करने में सक्षम होना भी इसका हिस्सा हैं –
इसके तहत निम्नलिखित गुणों का होना अच्छा माना गया हैं –
- टीम का निर्माण
- बात चीत की कला
- कनफ्लिक्ट मैनेजमेंट
- अनुनय कौशल
- पुष्टि कौशल
- अनुकूलन क्षमता
- परक्रामण (negotiation) क्षमता आदि