कोडेक्स कमेटी ऑन स्पाइसेस एंड कलिनरी हर्ब्स (CCSCH)
हाल ही में गठित कोडेक्स समिति, मसाले और खाने में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियों (Culinary Herbs) पर गठित एक समिति है।
इस समिति ने जायफल, केसर और मिर्च (काली मिर्च तथा लाल शिमला मिर्च) के लिए गुणवत्ता मानदंडों की सिफारिश की है। साथ ही, इन मानकों को ‘कोडेक्स एलेमेंट्रिस कमीशन’ (CAC) के पास अंतिम मंजूरी के लिये भेजा है।
CCSCH का गठन वर्ष 2013 में किया गया था। इसका उद्देश्य मसालों और खाने में इस्तेमाल होने वाली जड़ी-बूटियों के लिए विश्वव्यापी मानकों का विकास एवं विस्तार करना है।
इसकी स्थापना कोडेक्स एलिमेंटेरियस कमीशन (CAC), रोम के तहत की गई है।
भारत इस समिति का मेजबान व अध्यक्ष देश है। भारतीय मसाला बोर्ड इस समिति के सचिवालय के रूप में कार्य करता है।
शासनादेश–
- दोहराव से बचने के लिए मानक विकास प्रक्रिया में अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ आवश्यकतानुसार परामर्श करना।
- CAC को वर्ष 1963 में गठित किया गया था। यह संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)द्वारा संयुक्त रूप से गठित एक अंतर-सरकारी निकाय है। भारत वर्ष 1964 में इसका सदस्य बना था।
स्रोत – द हिन्दू