गुरु तेग बहादुर का 400वां प्रकाश वर्ष
हाल ही में गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश वर्ष मनाया गया , ये नवें सिख गुरु थे, और गुरु हरगोबिंद साहिब के सबसे छोटे पुत्र थे।
उनका 10 सिख गुरुओं में से 9वां स्थान था।
उन्हें “हिंद की चादर” (हिंदू धर्म के रक्षक) के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने कश्मीरी पंडितों और हिंदू धर्म को बचाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया था। इसके लिए उन्हें औरंगजेब के आदेश पर वर्ष 1675 में दिल्ली में फांसी दे दी गई थी।
उनके 115 भजन श्री गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं।
स्रोत – द हिंदू