जगन्नाथ मंदिर के सौंदर्गीकरण योजना में बदलाव
हाल ही में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India: ASI) ने ओडिशा सरकार को जगन्नाथ मंदिर की सौंदर्गीकरण योजना में बदलाव लाने को कहा है ।
- इसके तहत ASI ने ओडिशा सरकार से अपनी ‘श्री मंदिर परिक्रमा परियोजना (SMPP) में बदलाव करने को कहा है।
- यह पुरी में 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर के आसपास सौंदर्गीकरण करने हेतु एक व्यापक परियोजना है। प्राचीन स्मारक तथा पुरातत्व स्थल और अवशेष (AMASR) कानून के अनुसार, मंदिर के 100 मीटर के दायरे में किसी प्रकार के नये निर्माण कार्य पर रोक है।
- जबकि, इस परियोजना के तहत मंदिर के प्रतिबंधित क्षेत्र में भी सौंदर्गीकरण के कार्य प्रस्तावित हैं।
पुरी के जगन्नाथ मंदिर बारे में:
- इसका निर्माण गंग राजवंश के राजा अनंतवर्मन चोडगंग देव द्वारा किया गया था।
- पुरी में भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और उनके बड़े भाई बलभद्र (पवित्र त्रिमूर्ति) की पूजा की जाती है।
- मुख्य मंदिर का निर्माण कलिंग स्थापत्य शैली में किया गया है।
- यह भारत की चार धाम तीर्थयात्राओं में से एक है। चार धाम में शामिल हैं- पुरी, द्वारिका, बद्रीनाथ और रामेश्वरम।
यहाँ मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहार हैं: स्नान यात्रा,नेत्रोत्सव, रथयात्रा, शयन एकादशी आदि।
स्रोत– द हिंदू