काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थू सैंक्शंस एक्ट (CAATSA)
संयुक्त राज्य अमेरिका ने वर्ष 2017 में काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थू सैंक्शंस एक्ट (CAATSA) कानून बनाया। यह कानून ईरान, उत्तर कोरिया और रूस को लक्षित करने के लिए बनाया गया था। साथ ही, इस कानून को इन देशों के साथ व्यापारिक लेन-देन करने वाले किसी भी देश या निकाय के विरुद्ध भी लागू किया जा सकता है।
- अन्य प्रावधानों के अलावा, यह कानून मुख्य रूप से रूसी हितों जैसे कि तेल और गैस उद्योग, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र तथा वित्तीय संस्थानों पर प्रतिबंधों से संबंधित है। रूस के विरुद्ध इन प्रतिबंधों को वर्ष 2014 में रूस द्वारा यूक्रेन में सैन्य हस्तक्षेप तथा वर्ष 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कथित हस्तक्षेप के कारण लगाया गया था।
- यह एक-पक्षीय प्रतिबंध हैं, और संयुक्त राष्ट्र संघ के किसी भी निर्णय का हिस्सा नहीं है।
- कुछ समय पहले, भारत को भूतपूर्व ट्रंप प्रशासन ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम के संबंध में प्रतिबंधों से छूट प्रदान कर दी थी। इसके बाद, रूस द्वारा नवंबर 2021 में भारत को S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति आरंभ कर दी गई थी।
- यूक्रेन पर रूस के हमले और इस संघर्ष के संबंध में भारत की तटस्थ स्थिति ने S-400 सौदे को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
भारत के लिए चिंताजनक स्थिति क्यों है?
सिपरी (SIPRI) डेटा के अनुसार : रूस ऐतिहासिक रूप से भारत के लिए हथियारों और युद्ध सामग्री के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक रहा है। भारत अब भी रूसी हथियारों पर बहुत अधिक निर्भर है। भारत के कुल सैन्य आयात में आधा हिस्सा रूसी हथियारों का होता है ।
स्रोत –द हिन्दू