5G तकनीक एयरलाइन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बन गई है
संयुक्त राज्य अमेरिका में 5G सेवाओं को लागू करने के कारण विमानन संकट पैदा हो गया है। इसके फलस्वरूप एयर इंडिया और अन्य कंपनियों ने अमेरिका के लिए उड़ानें कम कर दी हैं।
संकट का कारण
- अमेरिका ने मोबाइल फोन कंपनियों को मिड-रेंज 5G बैंड विड्थ की नीलामी की थी। यह बैंडविड्थ 7-3.98 गीगाहर्ट्ज रेंज स्पेक्ट्रम पर आधारित है।
- यह बैंडविड्थ अल्टीमीटर द्वारा उपयोग की जाने वाली वायु तरंगों के निकट है। इससे यह चिंता प्रकट हो गई है कि 5G रेडियो अल्टीमीटर जैसे संवेदनशील एयरक्राफ्ट इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रतिकूल हस्तक्षेप कर सकता है।
- अल्टीमीटर, वह उपकरण है जो विमान की भूमि से ऊंचाई को मापता है।
- यह हस्तक्षेप इंजन और ब्रेकिंग सिस्टम को लैंडिंग मोड में जाने से रोक सकता है। यहखराब मौसम, बादलों की अधिकता या बहुत ज्यादा धूम कोहरे की स्थिति में पायलटों को केवल उनके स्वयं के अवलोकन पर निर्भर छोड़ देता है।
इस तकनीकी चिंता के संभावित समाधानः
- 5G सेवाओं के लिए निम्न आवृत्ति मानक निर्धारित करना। उदाहरण के लिए यूरोपीय संघ में 5G रेंज 4-3.8 GHz निर्धारित है।
- रडार अल्टीमीटर द्वारा उपयोग किए जाने वाले संकेतों से नए 5G संकेतों को अलग करने के लिए बफर बैंड को शामिल करना।
स्रोत –द हिन्दू