5वीं वार्षिक आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) रिपोर्ट जारी
हाल ही में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने 5वीं वार्षिक आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) रिपोर्ट जारी की है।
यह रिपोर्ट जुलाई 2021 से जून 2022 की अवधि के सर्वेक्षण पर आधारित है।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष–
- अखिल भारतीय श्रम बल भागीदारी दर (LFPR) बढ़कर 2 प्रतिशत ( ग्रामीण – 57.5% व शहरी – 49.7% तथा पुरुष – 77.2% और महिला – 32.8%) हो गई है।
- वर्ष 2020-21 में यह 9 प्रतिशत थी ।
- श्रमिक जनसंख्या अनुपात (WPR) बढ़कर 9 प्रतिशत (ग्रामीण – 55.6% व शहरी -46.6% तथा पुरुष – 73.8% एवं महिला – 31.7%) हो गया है।
- वर्ष 2020-21 में यह 6 प्रतिशत था ।
- बेरोजगारी दर (UR) घटकर 1 प्रतिशत (ग्रामीण – 3.2% व शहरी – 6.3% तथा पुरुष – 4.4% और महिला – 3.3%) हो गई है। वर्ष 2020-21 में यह 4.2 प्रतिशत थी ।
प्रमुख संकेतकों की परिभाषा
- LFPR: यह कुल आबादी में श्रम बल में शामिल व्यक्तियों का प्रतिशत है। इसमें कार्यरत या काम की तलाश में लगे लोग या काम करने के लिए उपलब्ध लोग शामिल हैं।
- WPR: को कुल आबादी में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- UR: इसे श्रम बल में शामिल कुल लोगों में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
स्रोत – पी.आई.बी.