अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की 17वीं एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय बैठक संपन्न

अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की 17वीं एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय बैठकसंपन्न

  • हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ((International Labour Organization- ILO) की 17वीं एशिया और प्रशांत क्षेत्रीय बैठक (APRM) संपन्न हुई है।
  • 17वीं APRM सिंगापुर में आयोजित की गई है। इस बैठक में एशिया, प्रशांत और अरब देशों में श्रमिकों की घटती मजदूरी, मुद्रास्फीति और बेरोजगारी के मुद्दों से निपटने के लिए राष्ट्रीय कार्रवाइयों पर चर्चा की गई है।
  • बैठक में ऐसी रोजगार – समृद्ध सवृद्धि (Job-rich growth) को बढ़ावा देने वाले कार्यों पर बल दिया गया है, जो समावेशी और परिवर्तनकारी हो ।
  • यह बैठक सिंगापुर घोषणा को अपनाने के साथ समाप्त हुई ।

सिंगापुर घोषणा के मुख्य निष्कर्ष

  • समावेशी संवृद्धि को बनाए रखने के लिए सामाजिक संवाद और श्रम बाजार आधारित संस्थानों को मजबूत किया जाए ।
  • सामूहिक सौदेबाजी के अधिकार को प्रभावी रूप से मान्यता देकर सभी के लिए श्रम सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ।
  • प्रवासी श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए गवर्नेस तंत्र को मजबूत किया जाए।
  • सामाजिक व रोजगार संरक्षण तथा लचीलेपन की नींव को मजबूत किया जाए।
  • डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, डिजिटल डिवाइड और आजीवन लर्निंग पर ध्यान देने के साथ उत्पादकता वृद्धि तथा कौशल विकास को बढ़ावा दिया जाए ।

श्रम क्षेत्रक द्वारा सामना की जाने वाली समस्याएं

  • रोजगार सुरक्षा का अभाव है,कम मजदूरी पर कार्य करना पड़ता है, काम के घंटे और शोषण में वृद्धि होती रही है,अमानवीय माहौल में कार्य करना पड़ता है,कार्यस्थल पर पेशे से जुड़े खतरों के विरुद्ध सुरक्षा की कमी रहती है,मजूदरों में कौशल का अभाव भी एक बड़ी समस्या है आदि ।

भारत में श्रम सुरक्षा के लिए शुरू की गई पहलें

  • असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई है।
  • केंद्र सरकार ने 29 श्रम कानूनों का चार श्रम संहिताओं में विलय कर दिया है।
  • ये चार श्रम संहिताएं हैं औद्योगिक संबंध संहिता, सामाजिक सुरक्षा संहिता, उपजीविकाजन्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और कार्यदशा संहिता तथा वेतन संहिता ।
  • अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के बारे में
  • अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन, संयुक्त राष्ट्र (यूनाइटेड नेशंस/UN) का एक विशिष्ट अभिकरण है।
  • इसकी स्थापना 1919 में वर्साय की संधि के तहत की गई थी। वर्ष 1969 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • मुख्यालय: इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में है।

उद्देश्य : यह श्रम मानक निर्धारित करने, नीतियाँ को विकसित करने एवं सभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है।

स्रोत – द हिन्दू

Download Our App

More Current Affairs

Share with Your Friends

Join Our Whatsapp Group For Daily, Weekly, Monthly Current Affairs Compilations

Related Articles

Youth Destination Facilities

Enroll Now For UPSC Course