14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस का आयोजन
14 जून को प्रतिवर्ष विश्व स्तर पर ‘विश्व रक्तदाता दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन का प्राथमिक उद्देश्य रक्तदान के महत्त्व के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना और जीवन बचाने में स्वैच्छिक अवैतनिक रक्तदाताओं के योगदान की पहचान करना है।
मुख्य बिंदु
- सबसे पहले वर्ष 2004 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस दिवस को मनाया गया था और वर्ष 2005 में 58वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में इसे वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम के रूप में घोषित किया गया था।
- विश्व रक्तदाता दिवस को ऑस्ट्रियाई जीव विज्ञानी और चिकित्सक, कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती के उपलक्ष में मनाया जाता है ।
- कार्ल लैंडस्टीनर को आधुनिक रक्त ट्रांसफ्यूज़न का जनक माना जाता है। उन्होंने ही मानव रक्त में उपस्थित एग्ल्युटिनिन की मौजूदगी के आधार पर रक्तकणों का A, B और O समूह में वर्गीकरण किया था।
- रक्त के इसी वर्गीकरण ने चिकित्सा विज्ञान में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इस वर्गीकरण की खोज के कारण वर्तमान में करोड़ों लोग रोज़ाना रक्तदान करते हैं और लाखों लोगों की जिंदगियाँ बचाई जाती हैं। इस महत्त्वपूर्ण खोज के लिये कार्ल लैंडस्टाईन को साल 1930 में नोबल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
स्रोत – द हिन्दू