1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस
हाल ही में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री ने 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस समारोह की अध्यक्षता की है ।
इस अवसर पर, सरकार ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एंटी रेट्रोवायरल उपचार (ART) और प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस पर विभिन्न दिशा-निर्देश भी जारी किए।
ART और प्री-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस, HIV की रोकथाम के लिए दवा लेने की प्रक्रिया विधियाँ है ।
HIV (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) एक ऐसा वायरस है, जो रोग और संक्रमण से लड़ने वाली महत्वपूर्ण कोशिकाओं को नष्ट करके किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है।
वर्तमान में HIV का कोई प्रभावी उपचार नहीं है, लेकिन उचित चिकित्सा देखभाल से HIV को नियंत्रित किया जा सकता है।
यदि HIV का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह AIDS (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम) का कारण बन सकता है।
वर्ष 2019 में, भारत में लगभग 23.48 लाख लोग HIV के साथ जी रहे (PLHIV) थे।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक PLHIV (3.96 लाख) होने काअनुमान लगाया गया था। इसके बाद आंध्र प्रदेश (3.14 लाख) का स्थान है।
सरकार द्वारा की गई पहले
HIV और AIDS से संबंधित नीतियों की निगरानी करने के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) ।
राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम
- PLHIV के विरुद्ध भेदभाव को दूर करने के लिए एचआईवीऔर एड्स (रोकथाम एवं नियंत्रण) अधिनियम, 2017
- ART सेवाओं के तहत निगरानी के लिए राष्ट्रीय रणनीतिकयोजना 2017-24 और मिशन संपर्क (SAMPARK)
- विभिन्न हितधारकों के लिए प्रशिक्षण और संवेदीकरण कार्यक्रम।
स्रोत – द हिंदू