पर्सीवरेंस मिशन ने मंगल ग्रह पर प्रथम नमूने एकत्रित किए
- हाल ही में ‘राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (NASA) के पर्सीवरेंस मिशन ने मंगल ग्रह पर प्रथम नमूने (Samples ) एकत्रित किए हैं।
- पर्सीवरेंस रोवर मिशन नासा के मार्स एक्सप्लोरेशन प्रोग्राम का हिस्सा है। यह मंगल ग्रह के रोबोटिक अन्वेषण का एक दीर्घकालिक प्रयास है।
पर्सीवरेंस के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
- पर्सिवरेंस अत्यधिक उन्नत, महँगी और परिष्कृत चलायमान प्रयोगशाला है जिसे मंगल ग्रह पर भेजा गया है जिसका उद्देश्य मंगल ग्रह पर सूक्ष्मजीवीय जीवन के संकेतों की तलाश करना,
- भविष्य के मानव अन्वेषणों की तैयारी करना और पृथ्वी पर लाने के लिए मंगल की चट्टान और रेगोलिथ (चट्टान एवं मृदा कण) के नमूने एकत्र करना ।
- हाल ही में, पर्सीवरेंस रोवर ने संग्रह किए गए चट्टान के नमूने से भरा टाइटेनियम ट्यूब मंगल ग्रह की सतह पर छोड़ दिया है।
- मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर से आग्नेय चट्टान के नमूने एकत्र किए गए थे। इस क्रेटर को साउथ साइताह (South Sitah) भी कहा जाता है।
- ये नमूने ‘थ्री फोर्क्स’ नामक स्थान पर रखे जा रहे हैं। यह किसी अन्य दुनिया में स्थापित अपनी तरह का पहला नमूना संग्रह डिपो है ।
- यह डिपो एक बैकअप के रूप में काम करेगा। यदि पर्सीवरेंस इन नमूनों को पृथ्वी पर भेजने में सफल नहीं हुआ, तो इस बैकअप की मदद से नासा भावी मिशन के माध्यम से इन्हें पृथ्वी पर लाएगा।
मंगल ग्रह का महत्व
जीवन की खोजः साक्ष्यों से पता चलता है कि मंगल ग्रह कभी जल से भरा हुआ था। साथ ही, यह गर्म और सघन वातावरण वाला भी था।
ये सभी लक्षण रहने योग्य वातावरण की संभावना का संकेत देते हैं।
मंगल ग्रह पर अन्य मिशन हैं:
मंगलयान (भारत); होप (UAE); तियानवेन – 1 (चीन); मार्स एक्सप्रेस और एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी); मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर, मार्स ओडिसी, मावेन, क्यूरियोसिटी रोवर (नासा) आदि ।
स्रोत – द हिन्दू