ट्राइफ़ेड की ‘संकल्प से सिद्धि’ पहल
ट्राइफ़ेड की ‘संकल्प से सिद्धि’ पहल
जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत संचालित ट्राइबल कोऑपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (TRIFED) ने “संकल्प से सिद्धि विलेज एंड डिजिटल कनेक्ट ड्राइव” पहल को जारी किया है।
इसे संकल्प से सिद्धि अभियान के रूप में भी जाना जाता है।
यह जनजातीय मामलों के मंत्रालय के तहत ट्राइफ़ेड द्वारा शुरू किया गया ‘गांव एवं डिजिटल कनेक्ट अभियान’ है,जिसका मुख्य उद्देश्य गांवों में “वन धन विकास केंद्र” खोलना है।
इस मुहिम से 150 टीमें (ट्राइफेड एवं राज्य कार्यन्वयनकारी एजेंसियों से प्रत्येक क्षेत्र में 10) जुड़ेंगी, जिनमें से प्रत्येक 10 गांवों का दौरा करेंगी। प्रत्येक क्षेत्र में 100 गांव तथा देश में 1500 गांवों को अगले 100 दिनों में कवर किया जाएगा।
ट्राइफूड (TRIFOOD) परियोजना
इस परियोजना का कार्यान्वयन खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के सहयोग से जनजातीय कार्य मंत्रालय के ट्राइफेड द्वारा अगस्त,2020 में किया गया था ।
योजना क्या है?
1,500 गांवों में सक्रिय होने के बाद वन धन विकास केंद्र 200 करोड़ रुपये के बिक्री लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में काम करेंगे।
वन धन विकास केंद्र:
- वन धन योजना (Van DhanYojana) के तहत वन धन विकास केंद्रों की स्थापना की गई थी।
- भारत सरकार इन वन धन विकास केंद्रों में जनजातीय आबादी के लिए क्षमता निर्माण प्रशिक्षण और कौशल उन्नयन सुविधाएं प्रदान करती है।
- 15 आदिवासी स्व-सहायता समूहों द्वारा एक वन धन विकास केंद्र का निर्माण किया जाता है।
- पहला वन धन विकास केंद्र बीजापुर जिले, छत्तीसगढ़ में स्थापित किया गया था।
स्रोत – पीआईबी
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