इंडोनेशिया के माउंट मेरापी ज्वालामुखी (Mount Merapi Volcano) में विस्फोट
‘भूवैज्ञानिक आपदा प्रौद्योगिकी अनुसंधान और विकास केंद्र’(Geological Disaster Technology Research and Development Centre) के अनुसार हाल ही में,इंडोनेशिया के ‘मेरापी ज्वालामुखी’ में 4 बार विस्फोट हुआ।इस विस्फोट में लावा क्रेटर से 1,500 मीटर तक फैल गया है।
मुख्य बिंदु
- इंडोनेशिया का मेरापी सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है। इसमें 4 बार विस्फोट हुआ जिससे 43 ‘हिमस्खलन भूकंप’ (avalanche earthquakes) आ चुके हैं। इस विस्फोट के चलते मेरापी पहाड़ की चोटी से 50 मीटर की ऊँचाई तक घना सफेद धुएँ काबादल छाया हुआ है।
- यह ज्वालामुखी इंडोनेशिया के प्राचीन शहर योग्याकार्टा (Yogyakarta) के निकट घनी आबादी वाले जावा द्वीप पर स्थित है। इसकी उचाई 2,968 मीटर है।
मेरापी पर्वत (Mount Merapi)
- मेरापी पर्वत इंडोनेशिया में स्थित है। यह इंडोनेशिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है और इसमें वर्ष1548 के बाद से लगातार विस्फोट हो रहा है।
- यह दक्षिणी जावा में ज्वालामुखियों का सबसे छोटा समूह है जो इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट और सुंडा प्लेट के एक उप-क्षेत्र जोन में स्थित है।
मध्य जावा (Central Java)
- इंडोनेशिया का यह प्रांत जावा द्वीप के मध्य में स्थित है। इसकी प्रशासनिक राजधानी सेमारंग है। यह पश्चिम जावा, हिंद महासागर, योग्याकार्टा विशेष क्षेत्र, पूर्वी जावा और जावा सागर से घिरा हुआ है। यह जावा के साथ-साथ इंडोनेशिया में तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला प्रांत है।
योग्यकार्ता विशेष क्षेत्र (Special Region of Yogyakarta)
- यह दक्षिण जावा में इंडोनेशिया का एक प्रांतीय स्तर का स्वायत्त क्षेत्र है। यह हिंद महासागर से घिरा है और इसकी सीमा मध्य जावा के साथ लगी हुई है। इस प्रांत में इंडोनेशिया की सरकार से आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त राजतंत्र है और यह ‘योग्याकार्ता सल्तनत’द्वारा शासित होता है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल और सांस्कृतिक केंद्र है।
इंडोनेशिया (Indonesia)
- इंडोनेशियाभारतीय और प्रशांत महासागर के मध्य दक्षिण पूर्व एशिया और ओशिनिया में अवस्थित है। इस द्वीप में जावा, सुमात्रा,सुलावेसी, बोर्नियो (कालीमंतन) और न्यू गिनी (पापुआ) सहित सत्रह हजार से अधिक द्वीप शामिल हैं। इंडोनेशिया पूरे विश्व में चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश भी है। यहाँ की आबादी लगभग 270 मिलियन है।यहाँ की आबादी मेंमुस्लिम बहुसंख्यक हैं। इंडोनेशिया द्वीप का सर्वाधिक आबादी वाला द्वीप जावा है। “पैसिफिक रिंग ऑफ फायर” में स्थित होने के कारण यह देश भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों सेग्रसित रहता है।
पैसिफिक रिंग ऑफ फायर (Pacific Ring of Fire)
- पैसिफिक रिंग ऑफ़ फायर (Pacific Ring of Fire) प्रशांत महासागर के चारों ओर विस्तृत ज्वालामुखीय व भूकम्प की एक श्रृंखला है, इसी वजह से इसे रिंग ऑफ़ फायर (Ring of Fire) नाम दिया गया है।यह विभिन्न विवर्तनिकी (Tectonic) प्लेट किनारों के सहारे फैली हुई श्रृंखला है।यह घोड़े की नाल के आकार की पट्टी है, जिसकी कुल लंबाई लगभग 40,000 किमी है। इसमें पश्चिमी प्रशांत महासागर क्षेत्रों के अलावा दक्षिण अमेरिका, उत्तरी अमेरिका और कामचटका इत्यादि शामिल है।
ज्वालामुखी के प्रकार
सक्रियता के आधार पर यह तीन प्रकार का होता है
- सक्रिय या जाग्रत (Active)
- मृत (Extinct)
- सुषुप्त या निद्रित (Dormant)
सक्रिय या जाग्रत ज्वालामुखी : अगर कोई ज्वालामुखी वर्तमान में फट रहा हो, या उसके जल्द ही फटने की आशंका हो, या फिर उसमें गैस रिसने, धुआँ या लावा उगलने, या भूकम्प आने जैसे सक्रियता के चिह्न हों तो उसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है।
मृत ज्वालामुखी:यह वे ज्वालामुखी होते हैं जिनके बारे में वैज्ञानिकों की अपेक्षा है कि वे फटेंगे नहीं। किसी ज्वालामुखी के कभी भी विस्फोटक प्रकार की सक्रियता की कोई भी घटना नहीं देखी गईतो अक्सर उसे मृत समझा जाता है।
प्रसुप्त या सुप्त ज्वालामुखी : अगर मानवीय स्मृति में कोई ज्वालामुखी कभी भी इतिहास में बहुत पहले फटा हो तो उसे सुप्त ही माना जाता है लेकिन मृत नहीं। बहुत से ऐसे ज्वालामुखी हैं जिन्हें फटने के बाद एक और विस्फोट के लिये दबाव बनाने में लाखों साल गुज़र जाते हैं – इन्हें उस दौरान सुप्त माना जाता है।
स्रोत :द हिन्दू