हाइड्रोजन गोलमेज सम्मेलन का आयोजन
हाल ही में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत, द एनर्जी फोरम (TEF ) और फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम इंडस्ट्री (एफ़आईपीआई) द्वारा हाइड्रोजन गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया ।इसका उद्देश्य उभरते हाइड्रोजन पारिस्थितिकी और सहयोग तथा गठबंधन के लिए अवसरों की खोज करना है।
मुख्य बिंदु:
- इस गोलमेज सम्मेलन का विषय ‘हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था – भारतीय संवाद-2021’ था ।
- हाइड्रोजन गोलमेज सम्मलेन अपनी तरह का पहला आयोजन है, जिसमें मंत्रिस्तरीय सत्रों का आयोजन हुआ। इसमें दुनिया के अलग-अलग क्षेत्रों से जाने-माने नीति निर्माता, विशेषज्ञ, और उद्योग जगत के प्रमुख सम्मिलित हुए।
- इस गोलमेज सम्मलेन में 15 देशों के 25 प्रतिनिधि सम्मिलित थे ,जहाँ कई स्रोतों से हाइड्रोजन की क्षमता और राष्ट्रीय ऊर्जा संक्रमण में इसकी प्रासंगिकता पर चर्चा की गयी।
हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था:
- हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था, हाइड्रोजन का उपयोग कर ऊर्जा प्राप्ति की एक प्रस्तावित प्रणाली है।यह एक किफायती युक्ति है, जिसके द्वारा जीवाश्म ईंधन को चलन से बाहर करने और ग्लोबल वार्मिंग को सीमित करने के लिए, हवा और सौर जैसे नवीकरण स्रोतों का उपयोग करके जल से हाइड्रोजन बनाया जा सकता है, और इसके दहन से केवल जल वाष्प ही वायुमंडल में निष्काषित होता है ।
- वर्तमान हाइड्रोकार्बन अर्थव्यवस्था ऊष्मा और परिवहन के लिए मुख्य रूप से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पर निर्भर है. जहाँ हाइड्रोकार्बन ईंधन के जलने से कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य प्रदूषकों का उत्सर्जन होता है, परिणामस्वरूप हाइड्रोजन एक बेहतर पर्यावरणीय विकल्प है ।
स्त्रोत – PIB