हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल पाइथन 5 का परीक्षण सफल
- 27 अप्रैल, 2021को भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस कासफल परीक्षण किया गया था। इसके पश्चात रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने गोवा में डर्बी मिसाइलें और पायथन 5 मिसाइलों की एक श्रृंखला का सफल परीक्षण किया था।
- इसके बाद 5वीं पीढ़ी की पाइथन-5 एयर-टू-एयर मिसाइल को भारत ने हथियार के रूप में अपने ‘तेजस’ विमानमें सफलतापूर्वक जोड़ा लिया है।
- डीआरडीओ के अनुसार इस परीक्षणका उद्देश्य तेजस में पहले से ही एकीकृतडर्बी बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल की बढ़ी हुई क्षमता का आकलन करना भी था।
पायथन-5 (Python-5)
- यह पांचवीं पीढ़ी की हवा से हवा में मार करने वाली पायथन मिसाइल है। इसे इजरायल के हथियारनिर्माता राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम द्वारा निर्मित किया गया है।
- इजरायल सरकार ने इन मिसाइलों को “शफीर” नाम से निर्मित किया था।बाद में इजरायल ने मिसाइलों के निर्यात में इनको एक पश्चिमी नाम “पायथन” या “डर्बी” से संबोधित किया।
- यह बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल है। बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइलों से तात्पर्य उन मिसाइलों से हैं जो 37 किमी से अधिक दूरी पर लक्ष्य को भेद सकने में सक्षम हैं।
- इसमें एक एडवांस्ड सीकर है जिसमें इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल और इमेज इन्फ्रारेड होमिंग भी लगा होता है। यह दुश्मन देश के विमान के लक्ष्य क्षेत्र को स्कैन करने में सक्षम होता है।
- पायथन-5 का इस्तेमाल 2006 के लेबनान युद्ध में किया गया था। पायथन-5 मिसाइल की गति 4 मैक हैएवं इसका वजन 11 किलोग्राम है।
डर्बीमिसाइल:
- पायथन की तरह डर्बी भी एक बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल है। इसे भी इज़राइल में निर्मित किया गया था वास्तव में, पायथन 5 डर्बी का एक उन्नत संस्करण है।
स्रोत – पी आई बी