हबल टेलीस्कोप (Hubble telescope)
विदित हो कि कुछ समय पहले हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) के एक पेलोड कंप्यूटर में समस्या उत्पन्न हो गई थी, जिससे इसने काम करना बंद कर दिया था।
नासा ने, हाल ही में इसे ‘हबल वेधशाला’ (Hubble observatory) पर लगे एक बैकअप कंप्यूटर से बदलने में सफलता हासिल कर ली है।
पृष्ठभूमि:
13 जून को, एक पेलोड कंप्यूटर में खराबी आने के पश्चात से ‘हबलटेलीस्कोप’ ने काम करना बंद कर दिया था। और इसी कंप्यूटर की मदद से टेलीस्कोप में विज्ञान से जुड़े उपकरणों को नियंत्रित किया जाता था।
‘हबल स्पेस टेलीस्कोप’ के बारे में:
- हबल टेलीस्कोप को नासा द्वारा वर्ष 1990 में लॉन्च किया गया था।
- हबल स्पेस टेलीस्कोप (HST) अंतरिक्ष में स्थापित एक विशाल दुरबीन है।
- इसे ‘यूरोपियन स्पेस एजेंसी’ (ESA) के सहयोग से नासा (NASA) ने मिलकर निर्मित किया गया था।
- हबल ही एकमात्र ऐसा टेलीस्कोप है, जिसको अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अंतरिक्ष में ठीक किया गया है।
- हबल स्पेस टेलीस्कॉप ‘दृश्यमान ब्रह्मांड’ की सीमाओं से परे अपने कैमरों के माध्यम से अंतरिक्ष में गहराई तक अवलोकन करता है। यह कैमरे, अवरक्त (infrared) से लेकर पराबैगनी (ultraviolet) तक संपूर्ण प्रकाश वर्णक्रम (optical spectrum) को देखने में सक्षम हैं।
- हबल स्पेस टेलीस्कोप हर 95 मिनट में पृथ्वी का एक परिक्रमण करता है।
उपलब्धियां:
- हबल स्पेस टेलीस्कोप द्वारा प्लूटो के चारो और चंद्रमाओं की खोज करने में मदद मिली है।
- हबल द्वारा किए गए प्रेक्षणों के आधार पर ब्लैक होल के अस्तित्व के बारे में साक्ष्य सामने आए हैं।
- इसके द्वारा गैस और धूल के उग्र बादलों को पार करते हुए तारों का उत्पन्न होना भी देखा गया है।
- हबल टेलिस्कोप ने 6 आकाशगंगाओं का आपस में विलय होने का भी प्रेक्षण किया।
- 11 फरवरी, 2021 को हबल ने ब्लैक होल के एक छोटे समूहन के बारे में जानकारी दी थी।
स्रोत – द हिन्दू