स्वामी विवेकानंद
04 जुलाई, 2021 को संसार भर में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु ‘स्वामी विवेकानंद’ की 119वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इनका जन्म 12 जनवरी, 1863 को तत्कालीन ‘कलकत्ता’ (बंगाल प्रेसीडेंसी) में हुआ था इनको बचपन मे नरेंद्र नाथ दत्त के नाम से जाना जाता था।
मुख्य तथ्य
- इनके गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस था, रामकृष्ण परमहंस से स्वामी विवेकानंद की मुलाकात साल 1881 में हुई थी ।
- जब विवेकानंद एक आध्यात्मिक संकट के दौर से गुज़र रहे थे और भगवान या ईश्वर के अस्तित्त्व जैसे प्रश्नों पर विचार कर रहे थे तब रामकृष्ण परमहंस के शुद्ध और निस्वार्थ भाव ने स्वामी विवेकानंद को काफी प्रभावित किया तथा दोनों के मध्य एक आध्यात्मिक गुरु-शिष्य संबंध बन गया।
- अपने गुरु के नाम पर ही विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन तथा रामकृष्ण मठ की स्थापना की। संसार में भारतीय दर्शन विशेषकर वेदांत और योग को प्रचरित करने में विवेकानंद की महत्त्वपूर्ण भूमिका है, साथ ही ब्रिटिश भारत के समय राष्ट्रवाद को अध्यात्म से जोड़ने में इनकी भूमिका अत्यधिकमहत्त्वपूर्णमानी जाती है।
- उन्होंने सितंबर 1893 में शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में वैश्विक ख्याति अर्जित की तथा इसके माध्यम से ही भारतीय अध्यात्म का वैश्विक स्तर पर प्रचार-प्रसार हुआ।
- जनवरी 1897 में वे भारत वापस लौट आए, वापस लौटने पश्चात 01 मई, 1897 में उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
- वर्ष 1899 में वह एक बार फिर पश्चिम की यात्रा पर गए, जहाँ उन्होंने अपना अधिकांश समय अमेरिका के पश्चिमी तट पर बिताया। साल1902 के शुरुआती महीनों में उनका स्वास्थ्य खराब होने लगा और एवं 4 जुलाई, 1902 को उनके जीवन का अंत हो गया।
स्रोत – पीआईबी