मेघालय के शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद (NEC) के स्वर्ण जयंती समारोह
- हाल ही में प्रधान मंत्री ने मेघालय के शिलांग में पूर्वोत्तर परिषद (NEC) के स्वर्ण जयंती समारोह में भाग लिया है।
- प्रधान मंत्री ने पूर्वोत्तर परिषद के 50 साल पूरे होने पर पूर्वोत्तर के विकास के लिए 8 स्तंभों पर कार्य करने पर बल दिया।
ये स्तंभ हैं–
- शांति, बिजली, पर्यटन, 5G कनेक्टिविटी, संस्कृति, (2 प्राकृतिक कृषि, खेल और क्षमता निर्माण।
- इसके साथ ही प्रधान मंत्री ने त्रिपुरा में प्रधान मंत्री आवास योजना (शहरी और ग्रामीण) के तहत दो लाख से अधिक लाभार्थियों के लिए ‘गृह प्रवेश’ कार्यक्रम का उद्घाटन किया है ।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए की गई अन्य पहलें
- ‘एक्ट फास्ट फॉर नॉर्थ-ईस्ट’ और ‘एक्ट फर्स्ट फॉर नार्थ-ईस्ट’ नीतियों की घोषणा की गई है।
- पूर्वोत्तर के लिए प्रधान मंत्री की विकास पहल (PM-DevINE) की घोषणा की गई है। इस पहल से अवसंरचना निर्माण, रोजगार के अवसर पैदा करने आदि क्षेत्रकों में प्रगति प्राप्त होगी।
- असम में लोहित नदी पर देश के सबसे लंबे ढोला-सदिया पुल का निर्माण किया गया है।
- भारत-म्यांमार-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग और अगरतला- अखौरा रेल परियोजना का निर्माण किया गया है ।
पूर्वोत्तर परिषद (NEC) :
- पूर्वोत्तर परिषद (NEC) की स्थापना वर्ष 1972 में की गई थी। इसे पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नोडल एजेंसी के रूप में स्थापित किया गया था।
- यह पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करती है। केंद्रीय गृह मंत्री NEC के पदेन अध्यक्ष होते हैं ।
- पूर्वोत्तर परिषद (NEC) की वजह से पिछले आठ वर्षों में उग्रवादी समूहों की हिंसक घटनाओं में 74% की कमी आई है ।
स्रोत – पी.आई.बी