स्वनिधि योजना (SVANidhi Yojana)
हाल ही में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) ने स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (SVANidhi) महोत्सव का शुभारंभ किया है।
स्वानिधि महोत्सव प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना की सफलता का उत्सव मनाने के लिए आयोजित किया गया है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था में स्ट्रीट वेंडर (पथ-विक्रेता/रेहड़ी-पटरी वालों) के योगदान को मान्यता देने वाला एक सांस्कृतिक उत्सव है।
पीएम स्वनिधि योजना वर्ष 2020 में शुरू की गई थी। इसके तहत स्ट्रीट वेंडर्स को 10,000 रुपये तक का कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान किया जाता है।
इससे उन्हें अपनी आजीविका को फिर से शुरू करने में मदद मिलती है, जो कोविड-19 महामारी के वजह से प्रभावित हुई थी।
यह MoHUA के तहत एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है।
यह स्ट्रीट वेंडर्स के वित्तीय समावेशन के लिए पहला व्यापक प्रयास है।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) इस योजना की कार्यान्वयन एजेंसी है।
प्रधानमंत्री स्वनिधि ( PM SVANidhi) की उपलब्धियां
- यह सबसे तेज गति से बढ़ने वाली सूक्ष्म ऋण योजना है।
- अब तक 6 लाख से अधिक ऋण स्वीकृत किए जा चुके हैं।
- अनुशंसा पत्र (LOR) के माध्यम से 30 लाख से अधिक नए वेंडर्स को मान्यता दी गई है।
प्रधानमंत्री स्वनिधि से जुड़ी चिंताएं
- स्ट्रीट वेंडर्स को दिए गए 12-13% ऋण गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) हो गए हैं।
- जागरूकता की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में ऋण वितरण अनुपात कम रहा है।
- सभी राज्यों में योजना का कार्यान्वयन समान नहीं रहा है।
- केवल 40% स्ट्रीट वेंडर्स ने ही कोविड-19 के दौरान प्राप्त कार्यशील पूंजी ऋण चुकाया है।
पीएम स्वनिधि के लाभ
- कर्ज राशि को 1 वर्ष की अवधि में मासिक किस्त में चुकाया जा सकता है।
- समय पर/जल्दी ऋण चुकाने पर 7% की दर से ब्याज सब्सिडी दी जाती है।
- डिजिटल लेनदेन पर प्रोत्साहन के रूप में मासिक कैश-बैक दिया जाता है।
- ऋण शीघ्र चुकाने पर कोई पेनल्टी नहीं लगाई जाती।
स्रोत –द हिन्दू