स्वच्छ भारत मिशन- शहरी 2.0
स्वच्छ भारत मिशन- शहरी 2.0 ने “शहरों को कचरा मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय व्यवहार परिवर्तन सम्प्रेषण फ्रेमवर्क” लॉन्च किया है।
यह फ्रेमवर्क राज्यों और शहरों के लिए इस मिशन के मार्गदर्शक दस्तावेज और ब्लूप्रिंट के रूप में कार्य करेगा। इसी आधार पर व्यापक मल्टीमीडिया अभियान तथा लोगों के बीच गहन और केंद्रित संचार अभियान चलाये जायेंगे।
यह भारत के शहरी परिदृश्य में वास्तविक परिवर्तन लाने के लिए निम्नलिखित मुख्य क्षेत्रों के बारे में संदेश पहुंचाने पर बल देता है: अपशिष्ट के प्रकार के आधार पर स्रोत पर ही उसे अलग-अलग करना, अपशिष्ट का संग्रह, परिवहन व प्रसंस्करण, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, तथा- पुराने डंपसाइट्स का उपचार।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के बारे में –
- इसे 2 अक्टूबर, 2014 को आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने सभी वैधानिक कस्बों में आरंभ किया था।
- यह अभियान जन आंदोलन के माध्यम से व्यवहार परिवर्तन को प्रभावित करने पर बल देता है।
यह मिशन निम्नलिखित पर केंद्रित है:
- खुले में शौच मुक्त (ODF) अभियान की उपलब्धियों को बनाये रखना।
- सभी शहरों में ठोस अपशिष्ट के विज्ञानिक प्रसंस्करण के लक्ष्य को प्राप्त करना।
- वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों में अपशिष्ट जल का प्रबंधन करना।
स्वच्छ भारत मिशन-शहरी की उपलब्धियां (अक्टूबर 2021 तक)
- 70 लाख से अधिक घरेलू, सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है।
- शहरी भारत को वर्ष 2019 में खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया था।
- वैज्ञानिक अपशिष्ट प्रबंधन वर्ष 2014 के 18% से चार गुना बढ़कर 70% हो गया है।
- राज्य और शहर स्तर के अधिकारियों का निरंतर क्षमता निर्माण किया जा रहा है।
स्रोत –द हिन्दू