भारत-अमेरिका रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका-भारत के बीच ‘रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी (Strategic Clean Energy Partnership – SCEP) की मंत्रिस्तरीय बैठक नई दिल्ली में आयोजित हुई ।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, बैटरी भंडारण और स्वैपिंग प्रौद्योगिकियों, गैस हाइड्रेट्स, उन्नत जैव ईंधन तथा हाइड्रोजन एवं इलेक्ट्रोलाइज़र उत्पादन जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की है ।
SCEP की स्थापना, वर्ष 2021 में आयोजित जलवायु पर शिखर सम्मेलन में दोनों देशों द्वारा घोषित अमेरिका-भारत जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा-2030 साझेदारी के तहत की गई थी ।
इसका उद्देश्य जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा संबंधी साझा लक्ष्यों की दिशा में होने वाली प्रगति में तेजी लाना है ।
SCEP प्रक्रियाओं और अंतिम उपयोग में विद्युतीकरण तथा डीकार्बोनाइज़ेशन पर अधिक बल देने के साथ-साथ ऊर्जा सुरक्षा तथा नवाचार को आगे बढ़ाने के साथ उभरती हुई स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों का विस्तार करना;
तथा हार्ड-टू-डीकार्बोनाइज़ सेक्टर्स के लिये समाधान ढूँढना और इसके लिये तकनीकी समाधान प्रस्तुत करना।
SCEP को वर्ष 2018 में रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी के रूप में स्थापित किया गया था तथा इसने ऊर्जा सहयोग हेतु विगत अंतर-सरकारी अनुबंध अमेरिका-भारत ऊर्जा संवाद की जगह ली थी।
अमेरिका और भारत द्वारा जारी संयुक्त घोषणा के प्रमुख बिंदु
संयुक्त राज्य-भारत नई और उभरती नवीकरणीय ऊर्जा प्रौद्योगिकी कार्रवाई मंच (RETAP ) लॉन्च किया गया है। इसका उद्देश्य साझा महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रमुख प्रौद्योगिकियों के विकास में तेजी लाना है।
स्वच्छ ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक-निजी ऊर्जा भंडारण कार्य बल का गठन किया गया है। साथ ही, इसी दिशा में प्रयास करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा के बड़े पैमाने पर एकीकरण में सहायता प्रदान की जाएगी।
भारतीय एजेंसियों और अमेरिकी राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए साउथ एशिया ग्रुप फॉर एनर्जी (SAGE) की शुरुआत की गई है ।
दोनों देश स्वच्छ ऊर्जा अपनाने को बढ़ावा देने के लिए भारत में ‘नेट जीरो (शून्य उत्सर्जक) गांवों को विकसित करने की दिशा में कार्य करने पर सहमत हुए हैं।
इमर्जिंग फ्यूल एंड टेक्नोलॉजी स्तंभ के तहत ‘कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन एंड कैप्चर’ को शामिल किया गया है।
स्रोत – पी.आई.बी.