स्टारडस्ट 1.0 जैव ईंधन चालित पहला रॉकेट
- 31 जनवरी को ‘स्टारडस्ट 1.0 जैवईंधन चालित पहला वाणिज्यिक अंतरिक्ष प्रक्षेपण यान को मेन (Maine)’, अमेरिका स्थित लोरिंग कॉमर्स सेंटर से स्टारडस्ट 0 प्रक्षेपित किया गया था।
- ये जैवईंधन, पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले रॉकेट ईंधन के विपरीत पर्यावरण के लिए हानिकारक नहींहोता है।
- यह छात्रों एवं बजट पेलोड के लिए उपयुक्त एक प्रक्षेपण वाहन है।
‘जैवईंधन’ क्या होते हैं?
कोई भी हाइड्रोकार्बन ईंधन, जो किसी कार्बनिक पदार्थ (जीवित अथवा मृत पदार्थ) से कम समय (दिन, सप्ताह या महीने) में निर्मित होता है, जैव ईंधन (Biofuels) माना जाता है।
जैव ईंधन प्रकृति में ठोस, तरल या गैसीय हो सकते हैं।
- ठोस: लकड़ी, पौधों से प्राप्त सूखी हुई सामग्रीतथा खाद
- तरल: बायोएथेनॉल और बायोडीजल
- गैसीय: बायोगैस
पहली पीढ़ी के जैव ईंधन: पहली पीढ़ी के जैव ईंधन पारंपरिक तकनीक का उपयोग करके चीनी, स्टार्च, वनस्पति तेल या पशु वसा से बने होते हैं। मुख्य रूप से पहली पीढ़ी के जैव ईंधन में बायोलाचल्स, बायोडीजल, वनस्पति तेल, बायोएथर्स, बायोगैस शामिल हैं।
दूसरी पीढ़ी के जैव ईधन: ये गैर-खाद्य फसलों से उत्पन्न होते हैं, जैसे सेल्यूलोसिक जैव ईंधन और अपशिष्ट बायोमास (गेहूं और मकई के डंठल और लकड़ी)। उदाहरणस्वरूप इसमें जैव ईधन, बायोमीथेनॉल जैसे उन्नत जैव ईंधन शामिल हैं।
तीसरी पीढ़ी के जैव ईंधन: ये शैवाल जैसे सूक्ष्मजीवों से उत्पन्न होते हैं।
स्रोत – द हिन्दू