सुस्वागतम पोर्टल
हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई ) न्यायमूर्ति डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ ने ‘सुस्वागतम’ (SuSwagatam) पोर्टल लॉन्च करने की घोषणा की।
यह एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो शीर्ष अदालत में प्रवेश के लिए ई-पास जारी करने की सुविधा प्रदान करता है।
पोर्टल के बारे में:
- ‘सुस्वागतम’ एक उपयोगकर्ता-अनुकूल वेब एप्लिकेशन है, जो अधिवक्ताओं, आगंतुकों और प्रशिक्षुओं को ऑनलाइन पंजीकरण करने और अदालत की सुनवाई में भाग लेने और अधिवक्ताओं के साथ बैठक करने सहित विभिन्न उद्देश्यों के लिए ई-पास का अनुरोध करने में सक्षम बनाता है।
- सुस्वागतम’ पोर्टल की शुरुआत 25 जुलाई, 2023 से एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया गया था।
- 9 अगस्त तक पायलट आधार पर पोर्टल के माध्यम से 10,000 से अधिक ई-पास जारी किए गए हैं।
- सुस्वागतम में ‘सु’ का मतलब सुप्रीम कोर्ट है।
- इसे उपयोगकर्ता अपनी आवश्यकताओं और पुलिस क्लीयरेंस प्रमाणपत्रों के आधार पर दैनिक, साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक जैसी विभिन्न वैधता अवधियों में से चुन सकते हैं।
भारत का सर्वोच्च न्यायालय
- भारत का संविधान भारत में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना का प्रावधान करता है (अनुच्छेद 124)।
- 28 जनवरी 1950 को भारत का सर्वोच्च न्यायालय अस्तित्व में आया।
- भारत के सर्वोच्च न्यायालय को पहले भारत के संघीय न्यायालय के रूप में जाना जाता था जिसे 1937 में भारत सरकार अधिनियम 1935 के तहत स्थापित किया गया था।
स्रोत – द हिन्दू