प्रसिद्ध सांख्यिकी वैज्ञानिक सीआर राव का निधन
हाल ही में एक प्रमुख भारतीय-अमेरिकी गणितज्ञ और सांख्यिकीविद् कल्यामपुड़ी राधाकृष्ण राव (Calyampudi Radhakrishna Rao) का 103 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
वह दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित सांख्यिकीविदों में से थे, और उन्होंने अपने करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भारत में बिताया ।
राव ने क्रैमर-राव असमानता और राव-ब्लैकवेलाइज़ेशन जैसी मूलभूत सांख्यिकीय अवधारणाओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्हें सांख्यिकी और अर्थमिति में व्यापक रूप से पढ़ाया जाता है।
उन्होंने भारत में सांख्यिकीय शिक्षा और अनुसंधान को विकसित करने , विभिन्न सरकारी समितियों में सेवा देने और क्षेत्र के विकास में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के लिए सांख्यिकी और जनसांख्यिकी और संचार समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया ।
कल्यामपुड़ी राधाकृष्ण राव के कार्य:
कलकत्ता मैथमैटिकल सोसाइटी के बुलेटिन में 1945 में प्रकाशित राव के उल्लेखनीय शोध-पत्र ने तीन मूलभूत परिणामों का प्रदर्शन किया, जिन्होंने सांख्यिकी के आधुनिक क्षेत्र के लिये मार्ग प्रशस्त किया और आज विज्ञान में बड़े पैमाने पर उपयोग किये जाने वाले सांख्यिकीय उपकरण प्रदान किये।
सीआर राव के प्रमुख सिद्धांत:
- क्रैमर-राव लोअर बाउंड : यह जानने का एक साधन प्रदान करता है कि कब किसी मात्रा का अनुमान लगाने का तरीका उतना ही अच्छा है जितना कि कोई भी तरीका हो सकता है।
- राव-ब्लैकवेल प्रमेय : यह एक अनुमान को इष्टतम अनुमान में बदलने का साधन प्रदान करता है। ये परिणाम मिलकर एक आधार बनाते हैं जिस पर बहुत से आँकड़े निर्मित होते हैं।
- सूचना ज्यामिति : यह एक नए अंतःविषयक क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ जो अंततः “सूचना ज्यामिति” के रूप में स्थापित हुआ। सूचना ज्यामिति संभाव्यता वितरण के परिवारों की ज्यामितीय संरचना का अध्ययन है।
कल्यामपुड़ी राधाकृष्ण राव के योगदान का महत्त्व
- सूचना ज्यामिति पर उनके द्वारा किये गए कार्य ने लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर में हिग्स बोसॉन मापन की समझ और अनुकूलन में सहायता की है और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा विज्ञान, सिग्नल प्रोसेसिंग, आकृति वर्गीकरण और छवि पृथक्करण की प्रगति में योगदान दिया है।
- राव-ब्लैकवेल प्रमेय को स्टीरियोलॉजी, कण निस्पंदन और कंप्यूटेशनल अर्थमिति (Econometrics) सहित अन्य पर लागू किया गया है।
- सिग्नल प्रोसेसिंग, स्पेक्ट्रोस्कोपी, रडार सिस्टम, मल्टीपल इमेज रेडियोग्राफी, रिस्क एनालिसिस और क्वांटम फिजिक्स जैसे विविध क्षेत्रों में क्रैमर-राव लोअर बाउंड का बहुत महत्त्व है।
कल्यामपुड़ी राधाकृष्ण राव के पुरस्कार:
- सीआर राव को सांख्यिकी में 2023 के अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार को सांख्यिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के समान माना जाता है।
- इसके साथ ही उन्हें वर्ष 1968 में पद्म भूषण और वर्ष 2001 पद्म विभूषण पुरस्कार से नवाजा गया है ।
स्रोत – द हिन्दू