मणिपुर सरकार का सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौता
हाल ही में मणिपुर में सुरक्षा बलों और कुकी इंडिपेंडेंट आर्मी के लड़ाकों के बीच हिंसक मुठभेड़ हुई है। इससे पहले, मणिपुर सरकार ने सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौते को तोड़ दिया था।
- विदित हो कि राज्य सरकार ने यह समझौता पहाड़ियों पर सक्रिय दो जनजातीय विद्रोही समूहों, कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (UPF) के साथ किया था ।
- सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) एक त्रिपक्षीय समझौता है। इस पर वर्ष 2008 में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और दो अम्ब्रेला विद्रोही समूहों ने हस्ताक्षर किए थे । इसका उद्देश्य तीनों के बीच राजनीतिक वार्ता शुरू करना था ।
SoO संधि की शर्तें
- राज्य और केंद्रीय बलों सहित कोई सुरक्षा बल या भूमिगत समूह कोई अभियान शुरू नहीं करेगा ।
- UPF और KNO के हस्ताक्षरकर्ता भारतीय संविधान, राज्य के कानूनों तथा मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता का पालन करेंगे।
- लड़ाका कैडरों को सरकार द्वारा चिन्हित नामित शिविरों तक सीमित किया जाएगा ।
- 1990 के दशक की शुरुआत में मणिपुर के नागाओं के साथ नृजातीय संघर्ष के बाद कुकी विद्रोह तेज हो गया था । यह संघर्ष मणिपुर में विस्तारित एक स्वतंत्र कुकी मातृभूमि के लिए शुरू हुआ था ।
- इस संघर्ष का मुख्य कारण यह था कि मणिपुर पहाड़ियों की भूमि पर कुकी अपनी मातृभूमि के रूप में दावा करते हैं। इसी प्रकार ग्रेटर नागालैंड या नागालिम की कल्पित नागा मातृभूमि के अंतर्गत यह भूमि भी शामिल है।
- कुकी संगठन शुरू में एक अलग कुकी राज्य की मांग कर रहा था । अब यह ‘कुकीलैंड क्षेत्रीय परिषद की स्थापना पर सहमत हो गया है।
- इस परिषद के पास मणिपुर विधान सभा और सरकार से स्वतंत्र वित्तीय व प्रशासनिक शक्तियां होंगी ।
स्रोत – द हिन्दू