सत्यजीत रे की जन्म शताब्दी समारोह
भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने हाल ही में कहा है कि महान फिल्म निर्माता ‘सत्यजीत रे’ (Satyajit Ray) की जन्म शताब्दी का आयोजन पूरे साल मनाया जायेगा।
- सरकार द्वारा शताब्दी समारोह के आयोजन का उद्देश्य महान फिल्म निर्माता ‘सत्यजीत रे’ को श्रद्धांजलि देना है।
- इसके अलावा, भारत सरकार के फिल्म समारोह निदेशालय, फिल्म प्रभाग और विदेश मंत्रालय भारत में सत्यजीत रे फिल्म समारोह का आयोजन करेंगे।
- जिसके तहत सत्यजीत रे की फिल्मों और उन पर बनी फिल्मों एवं वृत्तचित्रों को दिखाया जाएगा। वर्ष भर होने वाले कार्यक्रमों की निगरानी के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा एक कार्यान्वयन समिति का गठन भी किया गया है।
‘सत्यजीत रे’ (Satyajit Ray)
- भारतीय सिनेमा के इस महापुरुष का जन्म 2 मई, 1921 को हुआ था। सत्यजीत रे का मुख्य योगदान भारतीय सिनेमा को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ख्याति उपलब्ध करवाना है।
- सत्यजीत रे एक प्रख्यात फिल्म निर्माता, लेखक, चित्रकार, ग्राफिक डिजाइनर एवं संगीतकार थे। उनकी पहली फिल्म ‘पाथेर पांचाली’ थी। इस फिल्म ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति दिलाई थी।
- वर्ष 1992 में भारत सरकार ने उनको सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा था।
- भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ भी इसी वर्ष से इन्ही की याद में शरू किये जा रहे हैं ।
- इन पुरस्कारों को भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में प्रति वर्ष दिया जाएगा ।
- इसके अंतर्गत 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक प्रमाण पत्र, शॉल, एक रजत मयूर पदक और एक स्क्रॉल दिया जाएगा।
- सिनेमा में अपने बेजोड़ निर्देशन और अतुलनीय योगदान के कारण उन्हें बर्लिन फिल्म फेस्टिवल में विश्व के तीन सर्वकालिक निर्देशकों में शामिल किया गया था।
- सत्यजीत रे को प्रतिष्ठित ऑस्कर पुरस्कार का ऑनरेरी अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट भी प्राप्त हुआ है।सत्यजीत रे की अंतिम फिल्म 1991 में बनी ‘आंगतुक’ थी। इनकी मृत्यु 23 अप्रैल, 1992 को हुई थी।
स्रोत – पीआईबी