सतत विकास लक्ष्य (SDG) प्रगति रिपोर्ट 2023
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने “सतत विकास लक्ष्य (SDG) प्रगति रिपोर्ट 2023: विशेष संस्करण” जारी किया है
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक मामलों के विभाग ( UNDESA) ने जारी की है। इसमें सतत विकास के लिए 2030 एजेंडा की दिशा में हुई वैश्विक प्रगति की निगरानी की गई है।
SDGs 17 लक्ष्यों और 169 टारगेट्स का एक सेट है। इनका उद्देश्य मानव कल्याण के लिए विकास कार्यों को सुव्यवस्थित करने में मदद करना है ।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
SDG के 50 प्रतिशत से अधिक लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में प्रगति कमजोर रही है; जबकि 30 प्रतिशत लक्ष्यों की दिशा में प्रगति रुक सी गई है या पहले जैसी स्थिति हो गई है।
SDGs की प्रगति पर कोविड- 19 महामारी तथा तिहरे संकट (जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और प्रदूषण) का अत्यधिक प्रभाव पड़ रहा है।
वर्ष 2030 तक, लगभग 84 मिलियन बच्चे स्कूल से बाहर होंगे यानी शिक्षा से वंचित होंगे। साथ ही, स्कूल जाने वाले 300 मिलियन बच्चे या युवा स्कूल छोड़ देंगे तथा वे पढ़ने और लिखने में असमर्थ हो जाएंगे।
यदि वर्तमान गति से प्रगति जारी रहती है, तो 2030 में भी 575 मिलियन लोग चरम गरीबी में जी रहे होंगे ।
ऐसे प्रमुख क्षेत्र जहां तत्काल कदम उठाए जाने की आवश्यकता है:
राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों को SDGs से संबंधित वादे को पूरा करने के लिए कार्यवाही में तेजी लाने तथा बदलाव लाने हेतु अपनी प्रतिबद्धता दोहरानी चाहिए ।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ‘अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा” पर कार्य करना चाहिए । यह एक्शन एजेंडा सतत विकास के वित्त पोषण के लिए एक नया वैश्विक फ्रेमवर्क प्रदान करता है।
राष्ट्रों को गरीबी उन्मूलन और असमानता कम करने वाली नीतियों एवं कार्रवाइयों को लक्षित करना चाहिए । इसमें महिलाओं और लड़कियों को उनके अधिकार दिलाने की दिशा में विशेष ध्यान देना चाहिए ।
उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए बहुपक्षीय प्रणाली की क्षमता को मजबूत करना चाहिए ।
UNDESA के बारे में
यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर आधारित है । इसे सतत विकास के लिए परिवर्तनकारी 2030 एजेंडा से मार्गदर्शन प्राप्त होता है। यह संयुक्त राष्ट्र के विकास स्तंभ को बनाए रखता है।
यह दुनिया भर के देशों को उनके आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है। इसके लिए वह सरकारों और हितधारकों के साथ मिलकर कार्य करता है।
यह अन्य रिपोर्ट भी प्रकाशित करता है:
पॉपुलेशन एंड वाइटल स्टेटिस्टिक्स रिपोर्ट, वर्ल्ड यूथ रिपोर्ट, वर्ल्ड सोशल रिपोर्ट, वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट आदि ।
स्रोत – द हिन्दू