हाल ही में संविधान सभा (CA) की ऐतिहासिक पहली बैठक के 75 वर्ष पूर्ण हुए है।
संविधान सभा की प्रथम बैठक नई दिल्ली में 9 दिसंबर 1946 को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुई थी।
कैबिनेट मिशन योजना, 1946 (फ्रेडरिक पेथिक-लॉरेंस, सर स्टैफोर्ड क्रिप्स और ए.वी. अलेक्जेंडर इसके सदस्य थे) की सिफारिशों के आधार पर भारत की संविधान सभा का निर्माण किया गया।
संविधान सभा को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 की धारा 8 द्वारा मान्यता दी गई थी।
संरचनाः
सदस्यों का चयन कैबिनेट मिशन द्वारा अनुशंसित योजना के अनुसार प्रांतीय विधान सभाओं के सदस्यों द्वारा अप्रत्यक्ष चुनाव के माध्यम से किया गया था।
व्यवस्थाः
- प्रांतीय विधान सभाओं के माध्यम से 292 सदस्य चुने गए थे।
- इसमें शामिल 93 सदस्यों ने भारतीय रियासतों का प्रतिनिधित्व किया था तथा 4 सदस्यों ने चीफ कमिश्नरी वाले प्रांतों का प्रतिनिधित्व किया था। (कुल सदस्यता 389)।
- हालांकि 3 जून, 1947 की माउंटबेटन योजना के तहत विभाजन के परिणामस्वरूप, पाकिस्तान के लिए एक अलग संविधान सभा की स्थापना की गई थी और कुछ प्रांतों के प्रतिनिधि संविधान सभा के सदस्य नहीं रहे। परिणामस्वरूप, संविधान सभा की सदस्यता घटकर 299 रह गई थी।
- सभा की प्रथम बैठक की अध्यक्षता डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा ने की थी। स्वतंत्र भारत के लिए संविधान तैयार करने में संविधान सभा को दो वर्ष, ग्यारह महीने और अठारह दिन का समय लगा था।
स्रोत –द हिन्दू
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