संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना (UN Peacekeeping) की शुरुआत की 75वीं वर्षगांठ
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना (UN Peacekeeping) की शुरुआत की 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है । इस वर्ष भर चलने वाले इस वैश्विक अभियान की “थीम है- पीस बिगिंस विद मी” है ।
- संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना की शुरुआत 1948 में की गई थी। इसकी शुरुआत UNSC द्वारा मध्य-पूर्व में संयुक्त राष्ट्र के सैन्य पर्यवेक्षकों की तैनाती को अधिकृत करने के बाद की गई थी।
- वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के 12 अभियान संचालन में हैं । संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के अभियानों के संचालन का दायित्व UNSC के पास है । UNSC यह निर्धारित करता है कि संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना की तैनाती कब और कहां की जानी है।
- यह संघर्षरत देशों को स्थाई शांति की स्थापना करने में मदद करता है। साथ ही, यह राजनीतिक प्रक्रिया का समर्थन करता है और नागरिकों की रक्षा करता है । यह निःशस्त्रीकरण करने व सेना की तैनाती को घटाने में सहायता करता है और युद्ध-विराम की गारंटी देता है।
- इसका संचालन तीन बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर किया जाता है: सभी पक्षों की सहमति, निष्पक्षता तथा आत्मरक्षा और अधिदेश की रक्षा जैसी स्थितियों को छोड़कर बल प्रयोग नहीं करना । वर्ष 1988 में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक सैनिकों को नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ।
भारत और संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना:
- भारत ने विगत वर्षों में लगभग 49 संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशनों में 200,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है।
- भारत ऐसा पहला देश है, जिसने लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन के अंतर्गत एक पूर्ण महिला टुकड़ी को तैनात किया था।
- भारत ने संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से यूनाइट अवेयर प्लेटफॉर्म (UNITE Aware Platform) लॉन्च किया है।
- यह एक स्थितिजन्य जागरूकता सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है। यह शांति स्थापक सैनिकों के लिए वास्तविक समय (real time ) में खतरे के आकलन हेतु आधुनिक निगरानी तकनीक का उपयोग करेगा ।
- भारत ने दुनिया भर में संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक कर्मियों के लिए कोविड-19 टीके उपलब्ध करवाए हैं।
स्रोत – द हिन्दू