श्रीविल्लीपुथुर अभयारण्य में सबसे अधिक तेंदुआ घनत्व: पर्यावरण मंत्रालय
श्रीविल्लीपुथुर अभयारण्य में सबसे अधिक तेंदुआ घनत्व: पर्यावरण मंत्रालय
हाल ही में , भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि पश्चिमी घाट में ‘श्रीविल्लीपुथुरग्रिजल्डस्क्विरल वन्यजीव अभयारण्य’ में लेपर्ड(तेंदुआ)घनत्व (डेनसिटी)सर्वाधिक है।
- पर्यावरण मंत्रालय की इस रिपोर्ट का टाइटल है ” The status of leopards, co-predators and mega herbivores in India – 2018″ .
- रिपोर्ट के अनुसार मुदुमलाईटाइगर रिजर्व में लेपर्डडेन्सिटी 12.11 है , स्थ्यामंगलमटाइगर रिजर्व में 7.05 और कलाकडमुन्दनथुराईटाइगर रिजर्व में 10.18 है।
पश्चिमी घाट
- विदित हो कि ,पश्चिमी घाट भारत का बायोडायवर्सिटीहॉटस्पॉट् होने के साथ साथ दुनिया के मात्र 8 हॉटेस्टहॉटस्पॉट में भी शामिल है।
- पश्चिमी घाट भारत के 6 राज्यों केरल , कर्नाटक , तमिलनाडु, महाराष्ट्र , गोवा और गुजरात तक फैला हुआ है। वर्ष 2012 में यूनेस्को ने पश्चिमी घाट के 39 स्थलों को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया था।
श्रीविल्लीपुथुरग्रिजल्डस्क्विरल वन्यजीव अभयारण्य
- यह अभयारण्य तमिलनाडु में अवस्थित है और यहां प्रति 100 वर्ग किलोमीटर पर तेंदुओं का घनत्व है जो सबसे अधिक है।
- तमिलनाडु में वैसे तो तेंदुओं की संख्या 828 से 908 के लगभग है वहीं श्रीविल्लीपुथुर अभयारण्य में लेपर्डडेन्सिटी 20.43 ( प्रति 100 वर्ग KM पर) है।
- यह अभयारण्य और मेघमलाई वन्य जीव अभयारण्य संयुक्त रूप से टाईगररिज़र्व घोषित किया जा चुका है।
स्रोत – द हिन्दू
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