शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक नई दिल्ली में आयोजित
हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक नई दिल्ली में आयोजित गई । SCO बैठक के दौरान सदस्य राष्ट्रों ने सहयोग के कई क्षेत्रों पर चर्चा की है ।
- इनमें आतंकवाद को उसके सभी रूपों में समाप्त करना, सुभेद्य समूहों की सुरक्षा करना, खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना आदि शामिल हैं।
- भारत ने ‘सिक्योर’ (SECURE) की अवधारणा की व्याख्या प्रस्तुत की। इस अवधारणा को 2018 में चीन के किंगदाओ में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था।
- यह अवधारणा क्षेत्र के बहुआयामी कल्याण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
SECURE से आशय है:
- S- नागरिकों की सुरक्षा (Security of citizens);
- E- सभी के लिए आर्थिक विकास (Economic development for all);
- C- क्षेत्र को जोड़ना (Connecting the region);
- U- लोगों को एकजुट करना (Uniting the people);
- R – संप्रभुता और अखंडता का सम्मान करना (Respect for Sovereignty and Integrity);
- E- पर्यावरणीय संरक्षण (Environmental protection) ।
भारत के रक्षा मंत्री ने अपने ईरानी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक में अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) पर भी चर्चा की।
INSTC 7,200 किलोमीटर लंबी एक मल्टी-मोड परिवहन परियोजना है। इसका उद्देश्य मध्य एशिया और ईरान से होते हुए भारत व रूस के बीच वस्तुओं की आवाजाही को बढ़ावा देना है।
यह भारत और ईरान के अलावा अफगानिस्तान, आर्मेनिया, अजरबैजान, रूस, मध्य एशिया और यूरोप से होकर गुजरेगी।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO)
- स्थापना: इसे 2001 में शंघाई में स्थापित किया गया था। इसकी स्थापना एक अंतर-सरकारी संगठन के रूप में की गई थी । चीन, रूस, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके संस्थापक सदस्य हैं। इसका इसका सचिवालय बीजिंग ,चीन में है।
- उद्देश्य: सदस्य राष्ट्रों के बीच पारस्परिक विश्वास और अच्छे पड़ोसी संबंधों को बढ़ावा देना; राजनीति, व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, संस्कृति आदि में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना इत्यादि ।
- सदस्य: इसके 9 स्थायी सदस्य हैं – चीन, रूस, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत, पाकिस्तान और ईरान ।
- 3 पर्यवेक्षक सदस्य हैं- अफगानिस्तान, मंगोलिया व बेलारूस; तथा 7 वार्ता भागीदार देश हैं- आर्मेनिया, कम्बोडिया, श्रीलंका, अजरबैजान, नेपाल और तुर्की ।
- अन्य महत्वपूर्ण जानकारी: राष्ट्र प्रमुखों की परिषद सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। इसने एक क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी संरचना (Regional Anti-Terrorist Structure: RATS) की भी स्थापना की है।
स्रोत – द हिन्दू
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