शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य राष्ट्रों के ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों’ की बैठक
हाल ही में, ताजिकिस्तान में ‘शंघाई सहयोग संगठन’ (Shanghai Cooperation Organization- SCO) के सदस्य राष्ट्रों के ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों’ की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल शामिल हुए।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बैठक में, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों जैसे लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ एक कार्य योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है।
पृष्ठभूमि:
- भारत में, खासतौर पर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में होने वाले बहुत से आतंकी हमलों के लिए लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जिम्मेदार है।
- ज्ञातव्य हो कि ,जैश-ए-मोहम्मद’ संगठनको पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी के सहयोग से गठित किया गया है। यह पिछले वर्ष पुलवामा में हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार था, इसमें 40 भारतीय सैनिक मारे गए थे।
प्रस्तावित कार्य योजना:
- इस सम्मेलन में ‘संयुक्त राष्ट्र’ द्वारा घोषित किये गए आतंकवादी व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और लक्षित प्रतिबंधों का पूर्ण कार्यान्वयन करें पर चर्चा की गई ।
- शंघाई सहयोग संगठन और ‘वित्तीय कार्रवाई कार्यदल’ (Financial Action Task Force -FATF) के मध्य एक समझौता ज्ञापन सहित, आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों को लागू करना।
- आतंकवादियों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीकों नजर रखना । इसमें ड्रोन का इस्तेमाल और डार्क वेब, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को भी शामिल किया गया है।
शंघाई सहयोग संगठन(Shanghai Cooperation Organisation- SCO):
- शंघाई सहयोग संगठन(SCO) एक स्थायी एवं अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) का गठन, 15 जून 2001 को चीन के शंघाई में कजाकिस्तान गणराज्य, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, किर्गिज गणराज्य, रूसी संघ, ताजिकिस्तान गणराज्य और उजबेकिस्तान गणराज्य द्वारा द्वारा किया गया था । इसकी स्थापना ‘शंघाई-5’ नामक संगठन के स्थान पर की गई थी।
- सेंटपीटर्स बर्ग में जून 2002 में हुई SCO देशों के प्रमुखों की बैठक मध्य शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए, इसके बाद यह 14 अप्रैल 2003 से प्रभावी हुआ। रूसी और चीनी SCO की आधिकारिक भाषाएं हैं।
शंघाई सहयोग संगठन के प्रमुख लक्ष्य:
- सदस्य राज्यों के मध्य परस्पर विश्वास और सद्भाव को बढ़ावा देना ।
- राजनैतिक, व्यापार, अर्थव्यवस्था, अनुसंधान व प्रौद्योगिकी तथा संस्कृति के विकास में प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना।
- संबंधित क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बनाए रखने के लिए संयुक्त प्रयास करना।
- एक लोकतांत्रिक, निष्पक्ष एवं तर्कसंगत नव-अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक एवं आर्थिक प्रणाली की स्थापना करना।
शंघाई सहयोग संगठनके सदस्य देश:
शंघाई सहयोग संगठनमें 8 सदस्य देश शामिल हैं – भारत गणराज्य, पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ़ चाइना, किर्गिज़ गणराज्य, कजाकिस्तान गणराज्य ,इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान, रूसी संघ, ताजिकिस्तान गणराज्य और उज़्बेकिस्तान गणराज्य।
स्रोत – द हिन्दू