वैश्विक औसत तापमान में लक्षित 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि
हाल ही में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के अनुसार वैश्विक औसत तापमान में लक्षित 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि हो सकती है।
- WMO ने पूर्वानुमान जारी किया है कि 2100 से बहुत पहले ही वैश्विक औसत तापमान में लक्षित 5 डिग्री सेल्सियस से अधिक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
- WMO ने “द ग्लोबल एनुअल टू डेकाडल क्लाइमेट अपडेट 2023- 2027”, और “स्टेट ऑफ ग्लोबल क्लाइमेट 2022” शीर्षक से दो रिपोर्ट्स जारी की है।
- इन रिपोर्ट्स के अनुसार 2027 तक वैश्विक औसत तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है।
- वर्ष 2015 के पेरिस समझौते के तहत पक्षकारों ने औसत तापमान वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तरों पर 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक सीमित रखने का संकल्प लिया था। हालांकि, वर्तमान लक्ष्य 2100 तक इसे 5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने का निर्धारित किया गया है।
- इस लक्ष्य को 2018 में जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) ने वैश्विक लक्ष्य के रूप में समर्थन दिया था । हालांकि, लघु द्वीपीय देशों को 2 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य स्वीकार नहीं था, क्योंकि इससे उनके अस्तित्व के समक्ष खतरा पैदा हो सकता है।
- 5 डिग्री सेल्सियस लक्ष्य से पृथ्वी को लगातार और तीव्र हीट वेव सूखा, भारी वर्षा, समुद्री जल स्तर में वृद्धि जैसे और अधिक जलवायु संकटों से प्रभावित होने से बचाया जा सकता है।
लक्ष्य को पूरा करने में असमर्थता के प्रमुख कारण
- अमेरिका, जापान, रूस और कनाडा जैसे विकसित देशों ने अपने जलवायु संकल्पों को पूरा करने में बहुत कम प्रगति की है।
- उल्लेखनीय है कि ये देश अत्यधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लिए ऐतिहासिक रूप से जिम्मेदार हैं।
कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए शुरू किए गए बिल्ड-बैक समाधान संधारणीय नहीं हैं।
स्रोत – द हिन्दू