विश्व मादक पदार्थ रिपोर्ट, 2023 जारी
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ और अपराध कार्यालय (UNODC) ने विश्व मादक पदार्थ रिपोर्ट, 2023 जारी की है।
UNODC अवैध मादक पदार्थ और अंतर्राष्ट्रीय अपराध के खिलाफ अभियान चलाने वाली एक प्रमुख वैश्विक संस्था है। इसका मुख्यालय वियना (ऑस्ट्रिया) में स्थित है।
यह सदस्य देशों को अवैध मादक पदार्थ और अंतर्राष्ट्रीय अपराध के खिलाफ लड़ाई में तकनीकी सहायता, अनुसंधान एवं विनियामक समर्थन प्रदान करता है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
पिछले एक दशक में, दुनिया भर में मादक पदार्थों का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या 23 प्रतिशत बढ़कर 296 मिलियन हो गई है ।
पिछले एक दशक में मादक पदार्थों के उपयोग संबंधी विकारों से पीड़ित लोगों की संख्या में 45 प्रतिशत ( 39.5 मिलियन) की वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में निम्नलिखित पर बल दिया गया है:
मादक पदार्थों से संबंधित विषमताओं और असमानताओं पर
मादक पदार्थों के दुरुपयोग की घटनाओं से असमानताएं तथा सामाजिक और आर्थिक विषमताएं प्रेरित व संचालित होती हैं ।
वैश्विक उत्तर और दक्षिण, शहरी एवं ग्रामीण बस्तियों तथा उप – आबादी के बीच विद्यमान असमानताएं मादक पदार्थ से होने वाले नुकसान में अपना योगदान देती हैं।
अवैध मादक पदार्थों पर आधारित अर्थव्यवस्था संघर्ष, मानवाधिकारों के हनन और पर्यावरणीय विनाश को बढ़ा रही हैं।
वनों की अवैध कटाई, खनन और भूमि पर कब्जे के साथ-साथ वन्यजीवों की तस्करी से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। अमेजन के वन इसके उदाहरण हैं ।
साहेल क्षेत्र में मादक पदार्थों का दुर्व्यापार गैर-राज्य सशस्त्र और विद्रोही समूहों को वित्त पोषित कर रहा है।
नियंत्रित दवाओं के चिकित्सीय उपयोग को विनियमित करने में लोक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना: पर्याप्त ढांचे के अभाव में औषधीय उपयोग के लिए प्रयोग होने वाली साइकेडेलिक ड्रग्स को अवैध मादक पदार्थ बाजारों में भेजा जा सकता है ।
सिंथेटिक मादक पदार्थों का बढ़ता प्रभाव: मेथमफेटामाइन, फेंटानिल जैसे सिंथेटिक मादक पदार्थों का उत्पादन करने वाले अपराधी कानून और प्रवर्तन के समक्ष चुनौतियाँ उत्पन्न करते हैं ।
स्रोत – यू.एन.ओ.डी.सी.