विश्व मधुमक्खी दिवस 2021 (World Bee Day)
20 मई 2021 ‘विश्व मधुमक्खी दिवस’ (World Bee Day) मनाया गया है। इसको प्रतिवर्ष इसी दिन मनाया जाता है, क्योंकिवर्ष 1734 में 20 मई को ही ‘मधुमक्खी पालन’ के प्रणेता एंटोन जानसा का जन्म हुआ था। इसी वजह से संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2017 में 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस मनाने की घोषणा की । इस दिवस को मनाने का प्रस्ताव स्लोवेनिया (Slovenia) द्वारा प्रस्तुत किया गयाथा।
- इस वर्ष विश्व मधुमक्खी दिवस को “बी एंगेज्ड: बिल्ड बैक बेटर फॉर बीज़ (Bee engaged: Build Back Better for Bees)” थीम के तहत मनाया गया है।
सरकार द्वारा मधुमक्खी पालन को बढ़ावा के किए जा रहे प्रयास
- हाल ही में “आत्मनिर्भर अभियान”के तहत मधुमक्खी पालन के लिए भारत सरकार ने500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
- ‘राष्ट्रीय मधुमक्खीपालन व शहद मिशन’ (National Beekeeping and Honey Mission- NBHM) केतहत‘राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड’ द्वारा चार मॉड्यूल बनाए गए हैं। इसमें एक भाग के रूप में 30 लाख किसानों को मधुमक्खी पालन में प्रशिक्षित किया जायेगा, एवं उनकोसरकार की तरफसे आर्थिक सहायता भी प्रदान की जायेगी।
- सरकार द्वारा ‘हनी मिशन‘ शुरू किया गया है ,जो सरकार की‘मीठी क्रांति’ का ही एकभाग है।
- विदित हो कि भारत हाल ही के दिनों मेंविश्व के शीर्ष पांच शहद उत्पादक देशों में शामिल हो गया है। भारत में, वर्ष 2005-06 की तुलना में ,शहद का उत्पादन ,वर्ष 2017-18में 242 प्रतिशत बढ़ा हैऔर इसके निर्यात में 265प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
‘मधुमक्खी पालन’ का महत्व:
- ‘खाद्य एवं कृषि संगठन’ की रिपोर्ट के अनुसार,वर्ष 2017-18 में भारतशहद का उत्पादन 9 हजार टन थाएवं भारत का स्थान इस मामले में विश्व में आठवां था। उसी वर्ष चीन का उत्पादन 551 हजार टन था एवं इतनेशहद उत्पादन स्तर के साथ चीन विश्व में पहले स्थान पर था।
- ऐसा अनुमान है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में मधुमक्खी पालन का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
स्रोत – पी आई बी