विश्व बौद्धिक संपदा दिवस का आयोजन
26 अप्रैल को विश्व बौद्धिक संपदा दिवस (World Intellectual Property Day) मनाया गया है। प्रतिवर्ष बौद्धिक संपदा के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
इस वर्ष, विश्व बौद्धिक संपदा दिवस को ‘IP and SMEs: Taking your ideas to market’ थीम के तहत मनाया गया है।
विश्व बौद्धिक संपदा दिवस (World Intellectual Property Day)
- इस दिवस को विश्व बौद्धिक संपदा संगठन द्वारा 2000 में शुरू किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य कॉपीराइट, पेटेंट, डिजाइन और ट्रेडमार्क के दैनिक जीवन पर प्रभाव के बारे में जागरूकता लाना है।
- ‘विश्व बौद्धिक संपदा संगठन’ की स्थापना के लिए प्रथम कन्वेंशन 26 अप्रैल को हीलागू हुआ था।इस वजह से विश्व बौद्धिक संपदादिवस के रूप इस दिन को चुना गया है ।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (World Intellectual Property Organization)
- विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (World Intellectual Property Organization :WIPO) की स्थापना के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव 1967 में पारित किया गया था, लेकिन इसे 1970 में लागू किया गया । यह संयुक्त राष्ट्र की 15 विशिष्ट एजेंसियों में से एक है। वर्तमान में यह संगठन 26 अंतरराष्ट्रीय संधियों का प्रबंधन करता है।
- इस संगठन का उद्देश्य रचनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और दुनिया में बौद्धिक संपदा संरक्षण को बढ़ावा देना है।
- WIPO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में है।वर्तमान में191 देश इसके सदस्य हैं,जिसमें संयुक्त राष्ट्र के 188 सदस्य देशों के अलावा कुक आइलैंड्स, होली सी और न्यूए (Niue) भी शामिल हैं।
- विदित हो कि संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश इसके सदस्य बन सकते हैं, लेकिन यह बाध्यकारी नहीं है।
- फिलिस्तीन को स्थायी पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है और लगभग 250 गैर सरकारी संगठन और अंतर-सरकारी संगठन आधिकारिक पर्यवेक्षकों के रूप में इसकी बैठकों में भाग लेते हैं।
- भारत 1975 में WIPO का सदस्य बना।भारत निम्नलिखित WIPO प्रशासित अंतर्राष्ट्रीय संधियों का भी सदस्य है:
- मारकेश संधि
- ओलंपिक प्रतीक के संरक्षण पर नैरोबी संधि
- इंटीग्रेटेड सर्किट के संबंध में बौद्धिक संपदा पर वाशिंगटन संधि
- पेटेंट सहयोग संधि
- साहित्य और कलात्मक कार्यों के संरक्षण के लिए बर्न कन्वेंशन
- औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण के लिए पेरिस सम्मेलन
स्रोत: द हिन्दू