विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस
हाल ही में 2 अप्रैल को सम्पूर्ण विश्व में ‘विश्व ऑटिज्म दिवस’ (World Autism Day) मनाया गया है।
2 अप्रैल को वर्ष 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से ‘विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस’ के रूप में घोषित की ।
ऑटिज्म क्या है?
- ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग न्यूरोडेवलपमेंटल विकारों के एक समूह का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
- इसके लक्षण आमतौर पर प्रारंभिक बचपन के दौरान स्पष्ट रूप से स्पष्ट हो जाते हैं (12 से 24 महीने की उम्र के बीच)। हालाँकि, लक्षण पहले या बाद में भी दिखाई दे सकते हैं।
- ऑटिज़्म व्यक्ति के सीखने के ढंग औरवह अन्य लोगों और आस-पास के वातावरण से किस तरह क्रियालापकरता है, इस पर प्रभाव डालता है।ऑटिज्म से ग्रस्त व्यक्ति बाकि लोगों से अलग सुनते, देखते और महसूस करते हैं।
ऑटिज्म के प्रकार
आटिज्म स्पेक्ट्रम विकार के तीन प्रकार हैं –
- ऑटिस्टिकडिसऑर्डर (क्लासिक ऑटिज्म) (Autistic Disorder)
ऑटिस्टिक डिसऑर्डर से ग्रस्त लोग आमतौर पर देरी से बोलते हैं और सामाजिक व संचार की चुनौतियों का सामना करते हैं। - एस्पर्जर सिन्ड्रोम (Asperger Syndrome)
सामाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और उनकी असामान्य व्यवहार और रुचियां भी हो सकती हैं। हालांकि, उन्हें आमतौर पर भाषा सम्बंधित या बौद्धिक समस्याएं नहीं होती हैं। - परवेसिव डेवलपमेंटल विकार (Pervasive Developmental Disorder)
जिन लोगों में ऑटिस्टिक डिसऑर्डर या एस्पर्जर सिंड्रोम के कुछ लक्षण होते हैं उन्हें परवेसिव डेवलपमेंटल विकार हो सकता है। उनकी तीव्रता कम होती है। लक्षण केवल सामाजिक और संचार की चुनौतियों का कारण बन सकते हैं।
ऑटिज्म के लक्षण
- सामाजिकता, भाषा और संवादशीलता की कला के विकासमेंभिन्नता।
- बहुत कम चीज़ों में रूचि और एक ही प्रकार के व्यवहार कोबार-बार करना।
- संवेदनाओं संबंधी असामान्यताएँ , जैसेकि ध्वनियों से बच कर रहनाया इधर-उधर अत्यधिक चलना-फिरना।
- अन्य बच्चों के मुक़ाबले सीखने और खेल-कूद में भाग लेनेमेंभिन्नता।
ऑटिज्म के लिए भारत सरकार की पहल
भारत सरकार के ऑटिज्म से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए कई कार्यक्रम शुरू किये हैं:
- ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, मानसिक मंदता और एकाधिक विकलांगता वाले व्यक्तियों के कल्याण के लिए राष्ट्रीय ट्रस्ट
- समर्थ योजना: आवासीय सेवाएं प्रदान करती है।
- घरौंदा (दिव्यांग वयस्कों के लिए सामूहिक गृह और पुनर्वास गतिविधियाँ)
- निरामय स्वास्थ्य बीमा योजना
- विकास डे केयर
- यात्रा, कराधान आदि में रियायतें।
स्रोत – द हिन्दू