विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा (RE) उपकरणों के लिए विनिर्माण क्षेत्र स्थापित
हाल ही में विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा (RE) उपकरणों के लिए विनिर्माण क्षेत्र स्थापित करने की योजना हेतु अभिरुचि-पत्र मानदंड को संशोधित किया गया है।
- यह योजना विद्युत मंत्रालय तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने संयुक्त रूप से प्रस्तावित की है। इस योजना के तहत वर्ष 2026-27 तक विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा उपकरणों के लिए 3 विनिर्माण क्षेत्र स्थापित किए जाएंगे।
- इनमें से 2 क्षेत्र पहले से विकसित भूमि पर ब्राउनफील्ड प्रकृति के होंगे। देश के तटीय क्षेत्र में 1 ग्रीनफील्ड विनिर्माण इकाई स्थापित की जाएगी।
- इस योजना का उद्देश्य विद्युत क्षेत्र और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण उपकरणों, घटकों तथा पुर्जी के विनिर्माण के लिए एक सुविधा केंद्र की स्थापना करना है।
- इसके लिए विनिर्माण क्षेत्र स्थापित करने हेतु निजी कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। ये एक साझा परीक्षण इकाई और एक साझी अवसंरचना इकाई उपलब्ध करवाएंगे।
योजना के प्रमुख प्रावधान
- चिन्हित स्थान संरक्षित क्षेत्रों के इको-सेंसिटिव क्षेत्र से दूर होगा।
- निजी कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम में राज्य सरकार की 26% हिस्सेदारी अनिवार्य रूप से होनी चाहिए। योजना की निगरानी के लिए एक योजना संचालन समिति (SSC)और एक परियोजना प्रबंधन एजेंसी (PMA) का गठन किया जाएगा।
योजना का महत्व
- इससे विनिर्माण लागत में कमी आएगी।
- संसाधनों का समुचित तरीके से उपयोग हो सकेगा और लागत की तुलना में लाभ अधिक होगा।
- आयात निर्भरता में कमी की जा सकेगी और घरेलू उत्पादन क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।
- देश का व्यापार घाटा कम होगा।
स्रोत – द हिंदू