वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR) 2021
हाल ही में ,भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR), जुलाई 2021 जारी की है। वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (Financial Stability Report: FSR) एक द्वि-वार्षिक रिपोर्ट है।
यह वित्तीय स्थिरता और वित्तीय प्रणाली के लचीलेपन के समक्ष उत्पन्न जोखिम को दर्शाती है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- बैंकों का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात मार्च 2021 के 7.48 प्रतिशत से बढ़कर मार्च 2022 तक 9.80 प्रतिशत हो सकता है।
- सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) को अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने में अत्यधिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है।
- मार्च 2021 के अंत तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) के लिए, MSME क्षेत्र को 25 करोड़ रुपये से कम के15.9 प्रतिशत ऋण अशोध्य हो गए थे।
- मार्च 2021 में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (scs) काजोखिम मारित वास्तियों की तुलना में पूंजी अनुपात (CRAR) बढ़कर 16.03 प्रतिशत हो गया।
- बेसल II मानदंड CRARS प्रतिशत निर्धारित करते हैं।
- मार्च 2021 में प्रावधानीकरण कवरेज अनुपात (PER) 86 प्रतिशत रहा।
- एक उच्च PCR अनुपात (आदर्श रूप से 70 प्रतिशत से ऊपर) का आशय है कि अधिकांश परिसंपत्ति गुणवत्ता के मुद्दों का ध्यान रखा गया है और बैंक सुभेद्य नहीं है।
- महामारी की दूसरी लहर के बीच बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) में उपभोक्ता ऋण की मांग में कमी आई है।
- बैंक विनियामक, मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों की सहायता से महामारी-प्रेरित व्यवधानों से अपेक्षाकृत सुरक्षित रहे हैं।
स्रोत – द हिन्दू