RBI वैश्विक वित्तीय नवाचार नेटवर्क (GFIN) के ग्रीनवाशिंग टेकस्प्रिंट में शामिल

RBI वैश्विक वित्तीय नवाचार नेटवर्क (GFIN) के ग्रीनवाशिंग टेकस्प्रिंट में शामिल

हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) वैश्विक वित्तीय नवाचार नेटवर्क (GFIN) के ग्रीनवाशिंग टेकस्प्रिंट में शामिल होगा।

RBI ने GFIN के पहले ग्रीनवाशिंग टेकस्प्रिंट में भाग लेने के लिए सभी भारत स्थित फर्म्स और नवोन्मेषकों के लिए एप्लीकेशन विंडो खोल दी है।

टेकस्प्रिंट RBI सहित 13 अंतर्राष्ट्रीय विनियामकों तथा फर्म्स और नवोन्मेषकों को एक साथ एक मंच पर लाएगा।  इसका उद्देश्य पर्यावरणीय, सामाजिक और गवर्नेस (ESG ) ढांचे पर GFIN की प्राथमिकता को संबोधित करना है। साथ ही, वित्तीय सेवाओं में ग्रीनवॉशिंग के जोखिम को कम करना है।

ग्रीनवॉशिंग प्रचार का एक तरीका है। इसमें कोई कंपनी अपने उत्पादों, गतिविधियों या नीतियों को पर्यावरणीय या सामाजिक दृष्टि से सकारात्मक / अनुकूल अथवा पर्यावरणीय या सामाजिक क्षति से बचने वाले के रूप में प्रस्तुत करती है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत होती है ।

ESG ढांचा हितधारकों को यह समझने में मदद करता है कि कोई संगठन ESG मानदंडों से संबंधित जोखिमों और अवसरों का प्रबंधन कैसे कर रहा है।

भारत सेबी (SEBI) द्वारा बिजनेस रिस्पांसिबिलिटी एंड सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग (BRSR) फ्रेमवर्क की शुरुआत के साथ धीरे-धीरे ESG विनियमन की ओर बढ़ रहा है। BRSR का उद्देश्य किसी व्यवसाय के वित्तीय परिणामों और उसके ESG प्रदर्शन के बीच संबंध स्थापित करना है।

BRSR को 2022-23 से शीर्ष 1,000 सूचीबद्ध कंपनियों (बाजार पूंजीकरण द्वारा) के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

वैश्विक वित्तीय नवाचार नेटवर्क – 

  • इसे वित्तीय विनियामकों और संबंधित संगठनों के एक अंतर्राष्ट्रीय समूह ने 2019 में औपचारिक रूप से लॉन्च किया था ।
  • इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं के सर्वोत्तम हित में वित्तीय नवाचार का समर्थन करना;
  • नवाचार से संबंधित विषयों पर वित्तीय सेवा विनियामकों के बीच सहयोग के लिए एक नया ढांचा तैयार करना आदि ।
  • विनियामक प्रणाली में मौजूद कमियों की पहचान करने के लिए एकाधिक क्षेत्रक स्तर पर उभरती हुई प्रौद्योगिकियों पर ध्यान केंद्रित करना ।
  • इससे पहले कि मुद्दे और गंभीर हो जाएं तथा नुकसान पहुंचाएं, उनका पता लगाने के लिए एक निगरानी उपकरण के रूप में कार्य करना ।
  • डेटा केंद्रित सहयोगात्मक गतिविधियां संचालित करना ।
  • उभरती प्रौद्योगिकी प्रवृत्तियों और नीतियों पर वैश्विक बाजारों एवं विनियामकों से अंतर्दष्टि प्राप्त करना ।

स्रोत – द हिन्दू

Download Our App

More Current Affairs

Share with Your Friends

Join Our Whatsapp Group For Daily, Weekly, Monthly Current Affairs Compilations

Related Articles

Youth Destination Facilities

Enroll Now For UPSC Course