हाल ही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने वाहन स्क्रैपिंग नीति से संबंधित प्रोत्साहन एवं दंडात्मक कार्रवाई पर अधिसूचना जारी की है।
- इस कदम का उद्देश्य वाहन मालिकों को ऐसे पुराने और प्रदूषणकारी वाहनों को त्यागने के लिए प्रेरित करना है, जिनके रखरखाव एवं ईंधन की खपत से अधिक आर्थिक भार उत्पन्न होता है।
- प्रोत्साहन के रूप में, नए वाहन के लिए पंजीकरण प्रमाण-पत्र जारी करने के शुल्क में छूट प्राप्त होगी। परन्तु, नया वाहन स्क्रैप किए जा रहे वाहन के लिए पंजीकृत वाहन स्क्रैपिंग सुविधा द्वारा जारी किए गए जमा प्रमाण-पत्र के तहत क्रय किया गया होना चाहिए।
- दंडात्मक कार्रवाई में 15 वर्ष से अधिक पुराने वाहनों के लिए फिटनेस परीक्षण संचालित करने और फिटनेस प्रमाण-पत्र के नवीनीकरण हेतु शुल्क में वृद्धि की जाएगी।
- इसके अतिरिक्त, 15 वर्ष से अधिक पुराने परिवहन वाहनों के लिए फिटनेस प्रमाणन शुल्क में बढ़ोत्तरी की जाएगी।
- अगस्त 2021 में, राष्ट्रीय ऑटोमोबाइल स्क्रपेज नीति (National Automobile Scrappage Policy: NASP) को आरंभ किया गया था। इसका उद्देश्य वाहनों की संख्या के आधुनिकीकरण और सड़कों से अनुपयुक्त वाहनों को वैज्ञानिक तरीके से हटाना है।
- भारत में 51 लाख हल्के मोटर वाहन हैं, जो 20 वर्ष से अधिक पुराने हैं, और 34 लाख ऐसे हैं जो 15 वर्ष से अधिक पुराने हैं।
NASP वाहन स्क्रैपिंग नीति का महत्व
- भारत की जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूर्ण करने के लिए वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण में कमी लाना। सड़क और वाहनों की सुरक्षा में सुधार करना।
- बेहतर ईंधन दक्षता प्राप्त करना साथ ही वर्तमान में अनौपचारिक वाहन स्क्रैपिंग उद्योग को औपचारिक रूप प्रदान करना।
- ऑटोमोटिव, स्टील और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए कम लागत वाले कच्चे माल की उपलब्धता को बढ़ावा देना।
स्रोत – पी आई बी