भारत ने वासेनार अरेंजमेंट के पूर्ण सत्र की अध्यक्षता ग्रहण की
हाल ही में भारत ने एक वर्ष के लिए वासेनार अरेंजमेंट (Wassenaar Arrangement) के पूर्ण सत्र की अध्यक्षता ग्रहण की है।
- विदित हो कि 42 सदस्यीय वासेनार अरेंजमेंट एक स्वैच्छिक निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है जो पारंपरिक हथियारों और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के ट्रांसफर की निगरानी करती है।
- दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं से तात्पर्य है सैन्य और असैन्य, दोनों के उपयोग की वस्तुएं हैं ।
- ज्ञातव्य हो कि 30 नवंबर – 1 दिसंबर 2022 के दौरान वियना में वासेनार अरेंजमेंट की 26 वीं वार्षिक पूर्ण बैठक (annual plenary) आयोजित की गई थी ।
- इसमें आयरलैंड के राजदूत इयोन ओ’लेरी ने भारत के राजदूत जयदीप मजूमदार को अध्यक्षता सौंपी, जो वियना में संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के स्थायी प्रतिनिधि हैं।
वासेनार अरेंजमेंट
- वासेनार अरेंजमेंट में भारत दिसंबर 2017 में 42 वें सदस्य के रूप में शामिल हुआ था।
- वासेनार अरेंजमेंट एक बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था (multilateral export control regime) है जो अपने सदस्यों के बीच सूचना के नियमित आदान-प्रदान के माध्यम से पारंपरिक हथियारों और ड्यूल यूज वाली वस्तुओं और प्रौद्योगिकियों के ट्रांसफर में पारदर्शिता और अधिक जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए काम करती है।
- इस अरेंजमेंट का उद्देश्य ऐसे ट्रांसफर्स पर नज़र रखना और पारंपरिक हथियारों और ड्यूल यूज वाले सामानों को “अस्थिर करने के इरादे से संग्रह” किये जाने को रोकना है।
- वासेनार अरेंजमेंट का सचिवालय वियना, ऑस्ट्रिया में है।
स्रोत – पी.आई.बी.