वर्ल्ड इकॉनमी आउटलुक (WEO),2022
हाल ही में वर्ल्ड इकॉनमी आउटलुक (WEO) 2022 रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा प्रकाशित की गई है।
मुख्य निष्कर्ष
- वर्ष 2022 में सऊदी अरब के बाद भारत, दूसरी सबसे तीव्र संवृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था होगी।
- साथ ही, भारत वर्ष 2023 में सबसे तीव्र संवृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था होगी।
- भारत की मुद्रास्फीति दर कम है, जबकि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर अधिक है।
भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष प्रमुख चुनौतियां निम्नलिखित हैं:
- कच्चे तेल और उर्वरक की ऊंची कीमतें घरेलू मुद्रास्फीति में वृद्धि करेंगी।
- वैश्विक मंदी का निर्यात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा इसके परिणामस्वरूप घरेलू संवृद्धि दर में गिरावट की संभावना है।
- बढ़ते व्यापार घाटे और मजबूत डॉलर के कारण रुपये की विनिमय दर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
स्रोत – द हिन्दू