व्यापार और विकास पर ‘अंकटाड’ द्वारा लीस्ट-डेवलप्ड कंट्रीज रिपोर्ट 2021 जारी
हाल ही में व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) द्वारा लीस्ट-डेवलप्ड कंट्रीज रिपोर्ट 2021 जारी की गयी है।
अल्प-विकसित देश (Least Developed Countries: LDCs) निम्न आय वाले देश हैं। ये देश सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के संदर्भ में गंभीर संरचनात्मक बाधाओं (structural impediments) का सामना कर रहे हैं। साथ ही, ये देश आर्थिक और पर्यावरणीय आघातों के प्रति अत्यधिक सुभेद्य हैं तथा उनके पास मानव परिसंपत्ति (ह्यूमन एसेट्स) का स्तर भी निम्न है।
उल्लेखनीय है कि LDCs की सूची पहली बार वर्ष 1971 (50 वर्ष पूर्व) में बनाई गई थी। प्रत्येक तीन वर्ष में कमिटी फॉर डेवलपमेंट पॉलिसी (CDP) द्वारा इस सूची कीसमीक्षा की जाती है।
CDP स्वतंत्र विशेषज्ञों का एक समूह है जो संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक और सामाजिक परिषद (Economic and Social Council: ECOSOC) को रिपोर्ट करता है।
इस सूची की समीक्षा आय, मानव परिसंपत्ति सूचकांक (Human Assets Index: HAI) तथा आर्थिक और पर्यावरणीय सुभेद्यता सूचकांक के आधार पर की जाती है।
इस रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्षः
- 48 देशों को LDCs के रूप में नामित किया गया है।
- वर्ष 2019 में LDCs समूह के लिए प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product: GDP) वैश्विक औसत के 10% से कम था।
- LDCs में आर्थिक विकास को गति देने के लिए व्यापार और औद्योगिक नीतियों का पूर्ण उपयोग नहीं हो पाया है।
- कोविङ-19 वैश्विक महामारी के दौरान उत्पन्न स्वास्थ्य, आर्थिक और सामाजिक संकटों के कारण, वर्ष 2020 में LCDS में आर्थिक संवृद्धि दर विगत तीन दशकों में सबसे कम थी।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्तुत सतत विकास लक्ष्यों को सरलता से प्राप्त करने के लिए इन देशों (अर्थात् LDCs) में बड़े पैमाने पर निवेश और व्यय की आवश्यकता है। जबकि, ऐसे निवेश और व्यय के लिए उनके वित्तीय संसाधन बहुत कम हैं।
स्रोत – द हिन्दू