हाल ही में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने बाघों की मौतों के आंकड़े जारी किये हैं।
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के अनुसार, वर्ष 2021 में कुल 126 बाघों की मृत्यु दर्ज की गई है। यह एक दशक में सबसे अधिक है।
- मध्य प्रदेश में बाघों की मृत्यु की संख्या सबसे अधिक है। उसके बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक का स्थान है। मरने वाली बड़ी बिल्लियों में से लगभग आधी की मृत्यु शिकारियों, दुर्घटनाओं और संरक्षित क्षेत्रों के बाहर मानव–पशु संघर्ष के कारण हुई है।
- NTCA, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत गठित एक सांविधिक निकाय है। इसे वर्ष 2006 में संशोधित कियागया था।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) की लाल सूची में बाघों को विश्व स्तर पर “एंडेंजर्ड” के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
स्रोत – द हिन्दू