राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम का आयोजन
24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस एवं स्थानीय स्वशासन दिवस मनाया गया है ।
भारत सरकार द्वारा 24 अप्रैल को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी दिन को राष्ट्रीय स्थानीय स्वशासन दिवस (National Local Self Government Day) भी कहा जाता है।
मुख्य बिंदु:
- इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वामित्व योजना के अंतर्गत4.09 लाख संपत्ति मालिकों को ई-संपत्ति कार्डों का वितरण कर सम्पूर्ण देश में स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया है ।
- इस अवसर पर राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2021भी प्रदान किये गए । पुरस्कारों को निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत प्रदान किया गया है ,जिनमें शामिल है:
- 224 पंचायतों को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार
- 30 ग्राम पंचायतों को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार
- 29 ग्राम पंचायतों को ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार
- 30 ग्राम पंचायतों को बच्चों के अनुकूल ग्राम पंचायत पुरस्कार
- 12 राज्यों को ई-पंचायत पुरस्कार
- इस कार्यक्रम में जिला पंचायत शामली को सर्वश्रेष्ठ जिला पंचायत चुने जाने पर दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार प्रदान किया गया।
- पुरस्कार के तहत शामली जिला पंचायत को प्रशस्ति पत्र एवं 50 लाख रुपए की धनराशि प्रदान की गई।
- राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन देने की योजना की अवधि को दो माह (मई और जून) तक और आगे बढ़ा दिया है।
पंचायती राज दिवस की शुरुआत
- भारत में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की घोषणा 2010 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा की गई थी। तब से लेकर प्रतिवर्ष 24अप्रैल को पंचायती राज दिवस मनाया जा रहा है।
- विदित हो कि संविधान का 73वां संवैधानिक संशोधन (जोपंचायती राज व्यवस्था को संवैधानिक दर्जा दिए जाने से सम्बंधित था) 24 अप्रैल को ही लागू किया गया था ।
73वां संविधान संशोधन 1992
73वें संविधान संशोधन 1992के तहत ही संविधान में एक नया भाग IX जोड़ा गया है।यह अनुच्छेद 243 से 243 (O) तक हैं। साथ ही एक नई ग्यारहवीं अनुसूची भी शामिल की गई है।
स्रोत – पी आइ बी