रामानुजन पुरस्कार, 2021
हाल ही में युवा गणितज्ञों के लिए रामानुजन पुरस्कार, 2021 की घोषणा की गयी है।
प्रोफेसर नीना गुप्ता को वर्ष 2021 के रामानुजन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें एफाइन बीजगणितीय ज्यामिति (affine algebraic geometry)और क्रमविनिमेय बीजगणित (commutative algebra) में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया गया है।
पुरस्कार के बारे में:
- इस पुरस्कार का नाम महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के नाम पर रखा गया है।
- यह पुरस्कार वर्ष 2005 से प्रतिवर्ष दिया जा रहा है। इसे मूल रूप से अब्दुस सलाम इंटरनेशनल सेंटर फॉर थीअरेटिकल फिज़िक्स (ICTP), नील्स हेनरिक एबेल मेमोरियल फंड और अंतर्राष्ट्रीय गणितीय संघ (MU) ने स्थापित किया था।
- एबेल फंड की भागीदारी वर्ष 2012 में समाप्त हो गई थी।
- वर्ष 2014 से भारत सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) इस पुरस्कार को वित्त प्रदान कर रहा है।
- इस पुरस्कार के तहत एक विकासशील देश के गणितज्ञ को सम्मानित किया जाता है। इसके लिए पात्रता आयु 45 वर्ष से कम होनी चाहिए। पात्र व्यक्ति को गणितीय विज्ञान की किसी भी शाखा पर कार्यरत होना चाहिए। इस पुरस्कार के तहत प्राप्तकर्ता के शोध में सहयोग करने के लिए उसे $15,000 की नकद राशि प्रदान की जाती है।
- वर्ष 2021 से इस पुरस्कार का नाम बदलकर “DST-ICTP-IMU रामानुजन पुरस्कार” कर दिया गया है।
रामानुजन के बारे में:
- रामानुजन का जन्म मद्रास में हुआ था। उन्होंने दीर्घवृत्तीय फलनों (elliptic functions), सतत भिन्न (continued fractions) और अनंत श्रेणियों पर शोध कार्य किया था। इसके अलावा, उन्होंने संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
- वह वर्ष 1918 में रॉयल सोसाइटी के दूसरे भारतीय फेलो बने थे। उसी वर्ष कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज में उन्हें पहला भारतीय फेलो बनने का अवसर प्राप्त हुआ था।
- उनके जन्मदिवस 22 दिसंबर को ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
स्रोत: द हिंदू