FSSAI का चौथा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (SFSI) जारी
हाल ही में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने FSSAI का चौथा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (SFSI) जारी किया है।
MoHFW ने भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) का राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (SFSI) 2021-22 जारी किया। यह सूचकांक विश्व खाद्य सुरक्षा (WFS) दिवस के अवसर पर जारी किया गया है।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस, 2022 की थीम थी, ‘सुरक्षित खाद्य, बेहतर स्वास्थ्य’ (safer Food, Better Health) है ।
यह सूचकांक एक गतिशील मात्रात्मक और गुणात्मक मानक मॉडल है। यह सभी राज्यों/संघ राज्यक्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा के मूल्यांकन के लिए एक वस्तुपरक ढांचा प्रदान करता है।
खाद्य सुरक्षा के पांच मानदंड निम्नलिखित हैं:
- मानव संसाधन और संस्थागत डेटा,
- अनुपालन,
- खाद्य परीक्षण केंद्र,
- प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण तथा
- उपभोक्ता सशक्तीकरण।
सूचकांक के मुख्य निष्कर्ष:
- तमिलनाडु को सूचकांक में सर्वोच्च स्थान प्राप्त हुआ है। उसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र का स्थान है।
- छोटे राज्यों में, गोवा पहले स्थान पर है। इसके बाद मणिपुर और सिक्किम का स्थान है।
- संघ राज्यक्षेत्रों में, जम्मू और कश्मीर सर्वोच्च स्थान पर है। इसके बाद दिल्ली एवं चंडीगढ़ का स्थान है।
खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए अन्य कदम:
- ईट राइट इंडिया‘ मूवमेंट: यह देश में एक ऐसी ‘नई खाद्य संस्कृति की शुरुआत करने पर केंद्रित है, जो उपर्भाग के लिए सुरक्षित और स्वस्थ, दोनों हो।
- डायट4लाइफ: यह लोगों को चयापचय (मेटाबॉलिज्म) संबंधी विकारों के बारे में समझने में मदद करता है।
- ब्लिसफुल हाइजेनिक ऑफरिंग टू गोड (BHOG): यह अभियान उपासना स्थलों को खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को अपनाने तथा इसे बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- हार्ट अटैक रिवाइंडः यह अपनी तरह का मास मीडिया अभियान है। यह भारत में ट्रांस-वसा के उपयोग को समाप्त करने के FSSAI के वैश्विक लक्ष्य का समर्थन करेगा।
FSSAI के बारे में:
- यह केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है।
- यह खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत स्थापित किया गया है। यह कानून भारत में खाद्य सुरक्षा और विनियमन से संबंधित एक समेकित कानून है।
स्रोत –द हिन्दू