रक्षा उत्कृष्टता के लिये नवाचार
हाल ही में रक्षा मंत्रालय की प्रमुख परियोजना रक्षा उत्कृष्टता के लिये नवाचार (Innovations for Defence Excellence – iDEX) ने अपने 250वें अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। यह ‘मिशन डेफ – स्पेस’ के तहत पहला अनुबंध है। साथ ही यह 100वां ‘स्प्रिंट’ (नौसेना ) अनुबंध भी है ।
मिशन डेफस्पेस अनुबंध:
- अंतरिक्ष स्टार्टअप इंस्पेसिटी को मिशन डेफस्पेस के पहले iDEX अनुबंध से सम्मानित किया गया है।
- क्यूबसैट हेतु गैस आधारित माइक्रोप्रोपल्शन सिस्टम विकसित करने पर केंद्रित रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी की चुनौती के निराकरण के रूप में इंस्पेसिटी उभरा है।
- क्यूबसैट छोटे उपग्रहों का एक वर्ग है जिनका निर्माण और व्यवस्थितीकरण आसान है, इनकी लागत कम होती है और साथ ही इन्हें एकीकृत तथा लॉन्च करना सरल है। लॉन्च-ऑन-डिमांड क्षमताओं के लिये क्यूबसैट काफी महत्त्वपूर्ण होने के साथ ही इमेज़री, टोही/संचार और खुफिया निगरानी के लिये भी उपयुक्त होते हैं।
- इस तकनीक के उपयोग से मिशन डेफस्पेस के एक हिस्से के रूप में बनाए जा रहे क्यूबसैट समूह सहित उपग्रह सटीक मागदर्शन और अपनी कक्षाओं को व्यवस्थित करने में सक्षम होंगे।
SPRINT (नौसेना) अनुबंध:
- SPRINT (सपोर्टिंग पोल वॉल्टिंग इन आर एंड डी थ्रू इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (iDEX), NIIO और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एक्सीलरेशन सेल- (TDAC)) चैलेंज के तहत अनुबंध की विजेता सिलिकोनिया टेक्नोलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड है, इस चैलेंज का उद्देश्य चरणबद्ध-सरणी रडार के लिये हल्के अनुप्रयोग-विशिष्ट एकीकृत सर्किट (Application-Specific Integrated Circuit- ASIC) आधारित संचार प्रणाली विकसित करना है।
- सैटेलाइट ट्रैकिंग के लिये यह प्रणाली विभिन्न प्रकार के रिसीवर/ट्रांसमीटर का विकल्प प्रदान करती है।
- यह लो अर्थ ऑर्बिट/पृथ्वी की निम्न कक्षा (LEO), पृथ्वी की मध्यम कक्षा और भूस्थैतिक उपग्रहों के साथ संचार अथवा संपर्क के लिये सॉफ्टवेयर-डिफाइंड एंटेना का उपयोग करता है।
iDEX के बारे में
- इसे रक्षा क्षेत्रक में सह-निर्माण और सह-विकास का प्लेटफॉर्म प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था ।
- इसका उद्देश्य रक्षा क्षेत्रक में योगदान करने के लिए स्टार्ट-अप्स को शामिल करना है। इसके अलावा, यह देश में रक्षा तथा एयरोस्पेस सेटअप विकसित करने में भी मदद करेगा ।
- iDEX को रक्षा नवाचार संगठन (DIO) कार्यान्वित कर रहा है। DIO को रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के तहत स्थापित किया गया है।
स्रोत – द हिन्दू